अग्निवीर योजना सशस्त्र बलों को मजबूत बनाने और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने के बारे में एक ‘गेम चेंजर’ सिद्ध होगी।सशस्त्र बलों को आधुनिक और ‘आत्मनिर्भर’ बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 16 जनवरी,2023 को नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीनों सेवाओं के उन अग्निवीरों के पहले बैच को संबोधित का रहे थे जिन्होंने अपना बुनियादी प्रशिक्षण शुरू कर दिया है।
अग्निवीर योजना सशस्त्र बलों को मजबूत बनाने और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने के बारे में एक ‘गेम चेंजर’ सिद्ध होगी।
महिला अग्निवीर
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि यह योजना किस प्रकार महिलाओं को भी अधिक सशक्त बनाएगी।
उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि किस प्रकार महिला अग्निवीर नौसेना का गौरव बढ़ा रही हैं।
उन्होंने कहा कि वह तीनों सेनाओं में महिला अग्निवीरों को देखने के लिए बहुत उत्सुक हैं।
प्रधानमंत्री ने सियाचिन में तैनात की गई महिला सैनिकों और आधुनिक लड़ाकू विमानों को चलाने वाली महिला पायलटों का उदाहरण देते हुए उल्लेख किया कि किस प्रकार महिलाएं विभिन्न मोर्चों पर सशस्त्र बलों का नेतृत्व कर रही हैं।
रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने स्वागत भाषण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के विज़न की सराहना की, जिसके तहत सभी क्षेत्रों ने नए लक्ष्य निर्धारित किए हैं और वे इन लक्ष्यों को अर्जित करने की दिशा में बड़े कदम उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने अग्निपथ योजना को सबसे महत्वपूर्ण और अभूतपूर्व सुधारों में से एक बताते हुए राष्ट्र को सशक्त बनाने के लिए अनेक निर्णय लिए हैं।
रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि लगातार बदलते वैश्विक परिदृश्य और भू-राजनीतिक अनिश्चितता के बीच देश के सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसी स्थिति में, ‘अग्निपथ योजना’ सशस्त्र बलों की प्रोफाइल को और अधिक युवा और तकनीकी रूप से सक्षम बनाएगी।
अग्निवीर प्रशिक्षण केंद्रों पर प्रधानमंत्री के संबोधन का सीधा प्रसारण किया गया। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।