COVID-19

उत्तर प्रदेश में कोविड बेड की संख्या को दोगुना करने की कार्यवाही

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने निर्देश दिए हैं कि कोविड बेड की संख्या को दोगुना करने की कार्यवाही प्राथमिकता पर की जाए और ऑक्सीजन की आवश्यक आपूर्ति रखी जाए ।

इसके लिए सभी जनपदों में बेड की संख्या लगातार बढ़ायी जाए। सभी जनपदों में कोविड बेड, ऑक्सीजन, दवाओं, एम्बुलेंस तथा एम्बुलेंस की सुचारु व्यवस्था बनी रहे।

उन्होंने कहा है ‘टेस्ट, ट्रेस, ट्रीट’ की रणनीति पर अमल करते हुए कोरोना नियंत्रण की प्रभावी कार्यवाही जारी रखी जाए।

उन्होंने इस कार्य की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। समय-समय पर इस कार्यवाही का मौके पर सत्यापन करते हुए यह सुनिश्चित कराया जाए कि स्थापित किये जा रहे नवीन बेड सभी आवश्यक उपकरणों एवं सुविधाओं से युक्त हों।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड नियंत्रण एवं प्रबन्धन कार्य में टेलीकन्सल्टेंसी का व्यापक रूप से उपयोग किया जाए, ताकि होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों को घर पर ही चिकित्सीय परामर्श प्राप्त हो सके।

उन्होंने कहा कि 01 मई, 2021 से प्रदेश के 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीनेशन कार्यक्रम की समयबद्ध तैयारियां पूरी करनी होंगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में लोग कोरोना को मात देने में सफल हो रहे हैं। गम्भीर मरीजों को अविलम्ब बेड उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। जिला-प्रशासन यह सुनिश्चित कराए कि कोविड अस्पताल में एक दिन में दो बार रिक्त बेड का विवरण सार्वजनिक हो।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें संसाधनों की महत्ता एवं उसकी सुनिश्चितता पर विशेष ध्यान देना होगा। कोई भी सरकारी अथवा निजी अस्पताल बेड उपलब्ध होने पर कोविड पाॅजिटिव मरीज को भर्ती करने से मना नहीं कर सकता।

इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर से मरीज को जो अस्पताल आवंटित किया गया है, वहां उसे अनिवार्य रूप से भर्ती किया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि सभी कोविड अस्पतालों में व्यवस्थाओं की नियमित रूप से निगरानी की जाए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आवश्यक आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश में ऑक्सीजन ऑडिट के सम्बन्ध में गाइडलाइन जारी की गई है। इसके दृष्टिगत सभी सरकारी एवं निजी तथा टेकओवर किये गये कोरोना हाॅस्पिटल अपना ऑक्सीजन डेटा, प्रशासन से अनिवार्य रूप से साझा करें।

सभी  छोटे-बड़े अस्पताल में ऑक्सीजन की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन की सुचारु आपूर्ति-वितरण के उद्देश्य से ऑक्सीजन ऑडिट करायी जा रही है।

प्रदेश सरकार ऑक्सीजन टैंकरों की संख्या बढ़ाने का प्रयास कर रही है। ऑक्सीजन टैंकरों को जीपीएस  सिस्टम से जोड़कर उनके संचालन की ऑनलाइन माॅनिटरिंग भी की जा रही है।

प्रदेश के अधिकांश जिलों में ऑक्सीजन प्लांट, जिला अस्पताल या समकक्ष अस्पताल स्वयं की पावर बैकअप व्यवस्था के साथ स्थापित किये जा रहे हैं। इस कार्य में भारत सरकार का सहयोग भी प्राप्त हो रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड मरीजों के आवागमन के लिए जिलों में पर्याप्त एम्बुलेंस की व्यवस्था की गयी हैं। हर जरूरतमन्द को एम्बुलेंस मिले, इसके लिए उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाए।

प्रदेश में रेमडेसिविर सहित अन्य जीवन रक्षक दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। जनपदवार मांग के अनुसार रेमडेसिविर के वायल उपलब्ध कराये जाएं। सरकारी अस्पतालों में यह इंजेक्शन निःशुल्क एवं निजी अस्पतालों में तय दरों पर उपलब्ध है।

ऑक्सीजन तथा जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी व मुनाफाखोरी करने वालों पर लगातार सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों को मेडिकल किट की सुविधा अनिवार्य रूप से दी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि मेडिकल किट में न्यूनतम 07 दिन की सभी निर्धारित दवाएं अवश्य हों।

स्वास्थ्य मंत्री के स्तर से मेडिकल किट वितरण व्यवस्था की जिलेवार समीक्षा की जाए तथा इस कार्य के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जवाबदेह बनाया जाए।

अस्पतालों में इलाजरत मरीजों से हर दिन संवाद बनाया जाए। होम आइसोलेशन के मरीजों से सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से संवाद स्थापित करते हुए इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर का उपयोग प्रभावी रूप से किया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड की चेन को तोड़ने के लिए काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग अतिमहत्वपूर्ण है। कोविड पाॅजिटिव व्यक्ति के परिवारीजनों के साथ-साथ उनके सम्पर्क में आये लोगों का टेस्ट जरूर किया जाए। आरटीपीसीआर तथा एण्टीजन टेस्ट की क्षमता को दोगुना किया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि निर्धारित दर से अधिक धनराशि लेने वाले निजी चिकित्सालयों एवं निजी लैब के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।