ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस बात को मनगढ़ंत बताया है कि हिंदू ब्राह्मण तुलसीरामदास उनके परदादा थे।
वंश और धार्मिक विरासत को लेकर बढ़ते विवाद के बीच सोशल मीडिया पर उस दावे का जवाब दिया है जिसमें कहा गया है कि हिंदू ब्राह्मण तुलसीरामदास उनके परदादा थे।
ओवैसी ने अपने ट्विटर प्लेटफॉर्म पर मुसलमानों के समान अधिकारों और नागरिकता के लिए लोकतांत्रिक संघर्ष के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए आंतरिक साझा मानवीय विरासत की पुष्टि करके प्रचलित चर्चाओं का जवाब दिया।
इस तरह की वंशावली के दावे पर ओवेसी की ओर से तीखी टिप्पणी की गई।
उन्होंने मनगढ़ंत वंशावली बताने की कुछ वर्गों की लगातार प्रवृत्ति पर व्यंग्य किया।
यह दावा जम्मू-कश्मीर के नेता गुलाम नबी आज़ाद के एक बयान के बाद आया है, जिन्होंने हाल ही में टिप्पणी की थी कि भारत में पैदा हुआ प्रत्येक व्यक्ति स्वाभाविक रूप से हिंदू है। इस टिप्पणी ने धार्मिक विरासत और समकालीन पहचानों के बीच बहस छेड़ दी है।