शिमला, 3 अक्टूबर। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के लगभग सवा 10 करोड़ किसान परिवारों के खाते में अब तक करीब 1 लाख करोड़ रुपए जमा किया जा चुका है।
यह जानकारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मनाली के सोलांग में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दी और यह भी कहा कि हिमाचल के सवा 9 लाख किसान परिवारों के बैंक खाते में भी लगभग 1000 करोड़ रुपए जमा किए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने लाहौल घाटी के सीसू में भी एक सभा को संबोधित किया।
अटल टनल और उससे इस क्षेत्र में होने वाले फायदे की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि अब वो दिन भी दूर नहीं जब टूरिस्ट कुल्लू-मनाली से सिड्डु घी का नाश्ता करके निकलेंगे और लाहौल में जाकर ‘दू-मार’ और ‘चिलड़े’ का लंच कर पाएंगे। ये पहले संभव नहीं था।
लाहौल-स्पीति और मनाली में अटल टनल से बड़ा बदलाव आने वाला है। कितनी ही संभावनाओं के दरवाजे खुल गए हैं।
उन्होंने किसानों की परेशानियों की चर्चा करते कहा कि हिमाचल देश के सबसे बड़े फल उत्पादक राज्यों में से एक है। यहां के टमाटर, मशरूम जैसी सब्जियां भी अनेक शहरों की ज़रूरतों को पूरा करती हैं।लेकिन स्थिति क्या रही है?
मोदी ने कहा कि कुल्लू का, शिमला का या किन्नौर का जो सेब किसान के बाग से 40-50 रुपए किलो के हिसाब से निकलता है, वो दिल्ली में रहने वालों के घरों में करीब-करीब 100-150 रुपए तक पहुंचता है।बीच का लगभग 100 रुपए का जो हिसाब है, ना तो कभी किसान को मिला और ना कभी वो खरीदार को मिला, तो वो गया कहां? किसान का भी नुकसान और शहर में ले करके खरीद करने वाले का भी नुकसान।यही नहीं, यहां के बागवान साथी जानते हैं कि सेब का सीज़न जैसे-जैसे पीक पर जाता है, तो कीमतें धड़ाम से गिर जाती हैं।इसमें सबसे अधिक मार ऐसे किसानों पर पर पड़ती है, जिनके पास छोटे बगीचे हैं।
मोदी ने विपक्षी दलों का नाम लिये बिना उन पर निशाना साध और कहा कि बिचौलियों और दलालों के तंत्र पर प्रहार हो रहा है, तो वो बौखला गए हैं।बिचौलियों को बढ़ावा देने वालों ने देश के किसानों की स्थिति क्या कर दी थी,ये हिमाचल के लोग भी भली.भांति जानते हैं।