गुरुवायुर मंदिर (Guruvayoor Temple) के लिए प्रसाद योजना के तहत पर्यटक सुविधा केंद्र का शुभारंभ किया गया है।
पर्यटन मंत्रालय की प्रसाद योजना के तहत बुधवार 4 नवंबर, 2020 को केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने वर्चुअल माध्यम से केरल के गुरुवायुर में “पर्यटक सुविधा केंद्र” का शुभारंभ किया।
केंद्रीय मंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय मानकों की सुविधाएं बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा जारी किए गए धन के सबसे अच्छे उपयोग के लिए केरल राज्य सरकार की प्रशंसा की।
उन्होंने पर्यटन क्षेत्र के तहत हर आवश्यक सहयोग और समर्थन के लिए केरल राज्य सरकार को आश्वासन दिया।
गुरुवायुर मंदिर (Guruvayoor Temple) विकास योजना के तहत मार्च 2017 में परियोजना को पर्यटन मंत्रालय ने 45.36 करोड़ रुपये के साथ मंजूरी दी थी। 11.57 करोड़ रुपये की लागत के साथ ‘पर्यटक सुविधा केंद्र’ को सफलतापूर्वक पूरा किया गया है।
परियोजनाओं के तहत सीसीटीवी नेटवर्क, इन्फ्रास्ट्रक्चर, टूरिस्ट एमेज़न्स सेंटर और मल्टी लेवल कार पार्किंग शामिल है। सीसीटीवी नेटवर्क पहले ही पूरा हो चुका है।
पर्यटन मंत्रालय ने साल 2014-15 में तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, हेरिटेज ऑग्मेंटेशन ड्राइव (प्रसाद) पर राष्ट्रीय मिशन की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य पहचान किए गए तीर्थ और विरासत स्थलों का विकास करना है।
गुरुवयूर मंदिर
गुरुवायुर मंदिर भारत के दक्षिण में केरल राज्य के त्रिशूर जिले में त्रिशूर से 29 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में स्थित है। भगवान गुरुवायुरप्पन (Guruvayoorappan) यहाँ के प्रमुख देवता हैं।
गुरुवायूर दक्षिण भारत के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों में से एक है। गुरुवयूर को ‘भूलोक वैकुंठ’ यानी पृथ्वी पर स्वर्ग भी कहा जाता है।
त्रिशूर से कार द्वारा आधे घंटे की ड्राइव है और हर 5 मिनट में त्रिशूर से गुरुवयूर तक वाहन उपलब्ध हो जाते हैं।
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