भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि भारत का मानना है कि हर संकट एक अवसर होता है।
उन्होंने कहा कि भारत ने ऐसे समय में जी-20 की अध्यक्षता संभाली है जब विश्व कई चुनौतियां का सामना कर रहा है।
भारत की अध्यक्षता में जी-20 की पहली शेरपा बैठक राजस्थान के उदयपुर में रविवार 4 दिसंबर, 2022 की शाम शुरू हुई।
चार दिन की इस बैठक की अध्यक्षता भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत कर रहे हैं।
इस बैठक में 19 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे है। दस यूरोपीय संघ से और नौ विशेष आमंत्रित देशों के प्रतिनिधि मौजूदा समय के अत्यावश्यक मुद्दों पर महत्वपूर्ण चर्चा करेंगे।
अमिताभ कांत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जी-20 की अध्यक्षता भारत के लिए बहुत मायने रखती है क्योंकि इससे उसे स्वास्थ्य क्षेत्र, कोविड टीके के विनिर्माण तथा डिजिटल सार्वजनिक ढांचे के क्षेत्र में किये गये उल्लेखनीय कार्यों को दुनिया को बताने में मदद मिलेगी।
अमिताभ कांत ने बताया कि वे कल भारत की प्राथमिकताओं की सूची के बारे में प्रस्तुति देंगे। उन्होंने बताया कि शेरपा ट्रैक और फाइनेंस ट्रेक के 12 कार्यकारी समूह बनाये गये हैं, जिनमें आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव प्रस्तुति देंगे।
अमिताभ कांत ने बताया कि शेरपा ट्रेक, वित्त ट्रेक और एंगेजमेंट ग्रुप एक उद्देश्य की दिशा में काम करेंगे।
कांत ने कहा कि जी-20 की शेरपा बैठक के लिए उदयपुर को इसलिए चुना गया है क्योंकि सरकार इसे वैश्विक पर्यटन स्थल बनाना चाहती है। जी-20 शेरपा बैठक में विभिन्न देशों के 43 शेरपा भाग ले रहे हैं।
भारत ने औपचारिक रूप से 1 दिसंबर को जी -20 के साल भर चलने वाले राष्ट्रपति पद को ग्रहण किया। अपने राष्ट्रपति पद के दौरान, भारत देश भर के कई स्थानों पर 32 विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 200 बैठकें करेगा। एक मेजबान के रूप में नई दिल्ली अगले साल सितंबर में होने वाली जी -20 शिखर सम्मेलन की बैठक का एजेंडा निर्धारित करेगी।
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