विश्व वेद परिषद् एवं परमार्थ निकेतन के तत्वावधान में आयोजित दो दिन का वेद विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ आज 29 अप्रैल, 2023 को लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के मुख्य आतिथ्य तथा केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में व स्वामी चिदानंद सरस्वती, कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह सहित अन्य गणमान्यजन की उपस्थिति में हुआ।
इस अवसर पर बिरला ने कहा कि वेद सिर्फ ग्रंथ नहीं हैं, बल्कि हमारी संस्कृति है। वेद तार्किक है, व्यवहारिक है और वेद यथार्थ भी है, जो आज दुनियाभर के लिए अनुसंधान का केंद्र बन चुके हैं।
अध्यक्षीय उद्बोधन में केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि हम सब इस बात को भली-भांति जानते हैं कि दुनिया एक है, समस्याएं भी एक जैसी है लेकिन अलग-अलग देशों के पृथक-पृथक चिंतन है।
उन्होंने कहा कि कृषि मानव जीवन का आधार है, पुरातन काल से कृषि विज्ञान के बारे में प्रकृति के साथ तालमेल करते हुए कल्पना हमारी संस्कृति में विद्यामान है। ऋग्वेद बताता है कि गलत रास्ते से धन मत कमाओ, खेती का कौशल सीखो, परिश्रम करो और सम्मानजनक धन प्राप्त करो, उससे जीवनयापन करो।
अथर्ववेद में खेती, गौमाता, बैलों, कृषि उपकरण की दृष्टि से सारा उल्लेख मिलता है।
वेद विज्ञान सम्मेलन वैदिक यज्ञ, मंत्रोच्चारण के साथ प्रारंभ हुआ। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने आयोजन की भूमिका पेश की व स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती, श्री सुमेधानंद सरस्वती, सम्मेलन के मुख्य संयोजक प्रो. धर्मेंद्र शास्त्री, संयोजक डॉ. देवेश प्रकाश, व्यवस्थापक आचार्य दीपक शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी, अनेक विद्वान, महाविद्यालयों-विश्वविद्यालयों के शोधार्थी व छात्र उपस्थित थे।