दिल्ली के पर्यटन उद्यान उत्सव में आज भोजपुरी एवं राजस्थानी लोक संगीत

21022016 Garden tourism festivalनई दिल्ली, 21 फरवरी (जनसमा)। दिल्ली पर्यटन द्वारा तीन दिवसीय पर्यटन उद्यान उत्सव  में आज रविवार को अंतिम दिन  भोजपुरी एवं राजस्थानी लोक संगीतके के कार्यक्रम होंगे। शनिवार को भारी संख्या में दर्शकों और बागवानी प्रेमियों की भारी भीड़ रही। इस वर्ष पर्यटन उद्यान उत्सव का थीम -‘पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए उद्यान है।

प्रदूषण का स्तर दिनों-दिन बढता जा रहा है। पर्यावरण और पारिस्थितिक के संतुलन को कायम रखने के लिए सजगता बहुत जरूरी है। विशेषकर आने वाली पीढ़ी के मध्य, इसी को मद्दे नजर रखते हुए कनिष्ठ और वरिष्ठ आयु वर्ग के मध्य आशु चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिससे बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जा सके।

इस प्रतियोगिता में कनिष्ठ वर्ग में प्रथम पुरस्कार सायन जाना ने करोल बाग से, द्वितीय पुरस्कार उन्नत्ति ने हौज खास से, और तीसरा पुरस्कार कृष्णा ने मैदान गढ़ी से जीता। वरिष्ठ वर्ग में शुभांगी दास ने कैलाश कालोनी से प्रथम पुरस्कार, द्वितीय सुहावी कलसी ने नोएडा से और तृतीय पुरस्कार मोनिका शर्मा ने कालकाजी से प्राप्त किया।

आज बच्चों के लिए जादू का शो और गुलाम वारिस और गुलाम साबिर के द्वारा कव्वाली का रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। जिसका दर्शकों ने भरपूर आनंद उठाया।

इस पर्यटन उद्यान उत्सव में पौधों की 31 श्रेणियों के मध्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें कैक्टस से लेकर डहलिया, गुलदाउदी, लिली, गुलाब, बोगनवेलिया, बेल-बूटे और औषधि वाले पौधे, टोकरियों से लटकने वाले पौधे, गमले में सब्जियां, बोनसाई, पौधे से अलग किए गए फूल है।

उत्सव मे फूलों से बनाए गए पशु-पक्षियों की आकृतियाॅँ, ट्रे गार्डन, पौधों से अलग किए गए फूलों की सजावट आदि इस उत्सव के अन्य आकर्षण है। बागवान प्रेमी जजों के द्वारा निर्णायक नतीजों के आधार पर पुरस्कार प्राप्त करते है।

रविवार को राजस्थानी लोक कलाकार रहमत खां लंगा लोक संगीत प्रस्तुत करेंगे। मालिनी अवस्थी का भोजपुरी गायन भी होगा। प्रतिभागियों के मध्य आयोजित प्रतियोगियों को पुरस्कार वितरण के साथ समापन किया जाएगा।

पर्यटन उद्यान उत्सव 19 – 21 फरवरी 2016 तक प्रातः 11 बजे से सायं 8 बजे तक खुला रहेगा। इस उत्सव के लिए कोई अलग से शुल्क नहीं है। केवल पंचेंद्रिय उद्यान का शुल्क वयस्क रू0 30 और बच्चे रू0 10 है। उत्सव के दौरान मेैट्रो स्टेशन साकेत के समीप (टी-प्वाइंट, एम.बी. रोड़, सामने सी.आई.एस.एफ कैम्प) से इस उत्सव तक पहुंचने के लिए निशुल्क शटल सर्विस की भी व्यवस्था दिल्ली पर्यटन द्वारा की गई है।