देश को थ्री इडियट्स जैसा नहीं बनाना है, जहां कोई मां-बाप अपने बेटे को जबरदस्ती इंजीनियरिंग कराए, जबकि उसकी दिलचस्पी फोटोग्राफी में हो। प्रत्येक सेक्टर में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं, बस जरूरत है स्किल को डेवलप करने की।
ये बातें रविवार को राजधानी के वृन्दावन योजना में आयोजित यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के तीसरे और अंतिम दिन 12 फरवरी,2023 को वशिष्ठ हॉल में आयोजित ‘री इंवेंटिंग स्किल डेवलपमेन्ट ईको सिस्टम इन उत्तर प्रदेश’ विषय पर विशेष सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कही।
गोयल ने कहा उत्तर प्रदेश में लाखों करोड़ का निवेश होने से निजी और सरकारी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नौकरियां आएंगी। मगर इसके लिए हमें स्किल्ड मैनपॉवर की जरूरत होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति कौशल विकास के इसी मूल भावना को प्रोत्साहित करती है।
पीयूष गोयल ने कहा कि लखनऊ आकर इस बार वाकई में बहुत आनंद आया। निवेशकों के लिए पूरा शहर सजा हुआ है। यूपी जीआईएस-23 में 33 लाख करोड़ का निवेश निश्चित रूप से बड़ी उपलब्धि है। भारत के अमृत काल में प्रवेश के दौरान उत्तर प्रदेश का ये आगाज शानदार है। ये निवेश राज्य के हर युवा के भविष्य को उज्जवल करने वाला है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को आद्योगिक प्रदेश बनाने के लिए संकल्पित हैं। बीते 6 साल में यूपी से गुंडा, माफिया को खत्म करने का काम हुआ है, व्यापारी वर्ग सुरक्षित हुआ है।
विशेष सत्र के दौरान उत्तर प्रदेश के कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल, टाटा कंपनी से सुशील कुमार, आईएएस आंद्रा वामशी, आईएएस आलोक कुमार ने निवेशकों के सामने नए भारत के ग्रोथ इंजन उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा की तस्वीर पेश की। इस दौरान प्रेजेंटेशन के जरिए यूपी में स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में संभावनाओं को प्रदर्शित किया गया। साथ ही प्रधानमंत्री का वीडियो सन्देश भी प्रसारित किया गया।
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