रामलला मंदिर, अयोध्या, दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। मंदिर का निर्माण इस तरह किया जा रहा है कि 2000 वर्षों से भी अधिक अवधि तक इसकी मजबूती बनी रहेगी ।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सचिव अपूर्व चन्द्र ने गुरुवार को अयोध्या में निर्माणाधीन रामलला मंदिर क्षेत्र का दौरा किया।
अपूर्व चन्द्र ने कहा कि अयोध्या का रामलला का मंदिर आधुनिक काल का सबसे भव्य मंदिर है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में मंदिर निर्माण से पूरे प्रदेश में विकास और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
रामलला मंदिर दुनिया के लिये आकर्षण का केंद्र होने के साथ-साथ सभी संप्रदायों के लिये प्रेरणा का श्रोत भी साबित होगा।
सचिव ने कहा कि जिस तरह से अयोध्या का रेलवे स्टेशन विकसित हुआ है, वह पूरे अयोध्या के विकास का जीता जागता प्रमाण है। उन्होंने कहा कि अयोध्या का रेलवे स्टेशन इस तरह से विकसित किया जा रहा है कि हर रोज 4 से 5 लाख श्रद्दालु आसानी से यहां पहुंचकर बिना किसी दिक्कत के रामलला के दर्शन कर सकें।
चन्द्रा ने इस दौरान मंदिर निर्माण कार्य में शामिल श्रमिकों से बातचीत करने के साथ – साथ मंदिर निर्माण से सृजित होने वाले रोजगार के अवसरों और आर्थिक उन्नति के बारे में स्थानीय लोगों से भी बातचीत की और उनसे कार्य के बारे में जानकारी ली।
मंदिर में काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि अपने जीवन का सबसे पुनीत कार्य करते हुए उन्हें पैसा और पुण्य दोनों एक साथ मिल रहा है।
इस अवसर पर पुजारियों ने चन्द्र को राम पटका पहना कर स्वागत किया।
उन्होंने बताया इस संपूर्ण निर्माण कार्य से न केवल अयोध्या की आध्यात्मिकता और गरिमा में वृद्धि होगी बल्कि पर्यटन की भी अपार संभावनाएं खुलेंगी।
मंदिर गर्भगृह समेत पूरे परिसर तथा इनसे जुडे अन्य विकास परियोजनाओ के भ्रमण के दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चम्पतराय समेत मंदिर निर्माण से जुड़ी सभी कार्यदायी एजेंसियों के पदाधिकारी मौजूद रहे।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की देखरेख में मंदिर का निर्माण कार्य निरंतर गति से जारी है और 5 अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भूमि पूजन के बाद से निर्माण प्रक्रिया का एक बड़ा हिस्सा पूर्ण हो चुका है।