नई दिल्ली में 1 जून, 2016 को लिम्बू और तमांग जनजाति के लोगों ने सिक्किम विधानसभा में सीट आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
लिम्बू और तमांग जनजाति के लोग सिक्किम और पश्चिम बंगाल में रहते हैं। ये जनजातियां मूलतः हिमालय क्षेत्र की निवासी है। इन दोनों जनजातियों की परंपराएं, जीवन शैली और मान्यताओं में काफी भिन्नता है।
लिम्बू जनजाति को किरात भी कहा जाता है।लिम्बू जनजाति मूलतः तिब्बत के निवासी बताए जाते हैं किन्तु वैदिक साहित्य में इन्हें गंधर्व और किन्नरों की तरह नृत्य और संगीत में निपुण माना जाता है।
ये दोनों जनजातियां सिक्किम राज्य में अल्पसंख्यक हैं और इसीलिए विधानसभा में सीट आरक्षण की मांग कर रही हैं।
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