रायपुर, 19 नवम्बर (जस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शनिवार को यहां राज्य सरकार के दाऊ कल्याण सिंह पोस्ट ग्रेजुएट इस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर द्वारा आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण सम्मेलन का का शुभारंभ किया।
उन्होंने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश में अंग प्रत्यारोपण के लिए ठोस और समान कानून बनाने की जरूरत है, ताकि प्रत्येक राज्य में किसी भी व्यक्ति को अंग प्रत्यारोपण के लिए कठिनाई का सामना न करना पड़े। लीवर, किडनी सहित अन्य अंग प्रत्यारोपण से कई व्यक्तियों की जान बच सकती है। छत्तीसगढ़ में जल्द ही इसके लिए कानून पारित कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि अंग प्रत्यारोपण की मेडिकल तकनीक आज हम सबके लिए एक बड़ी चुनौती है। पूरे देश में आज भी 5 लाख से ज्यादा से मरीज अंग प्रत्यारोपण के लिए कतार में लगे हैं।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ निर्माण के समय हमारी प्राथमिकता मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना और प्रदेश के जरूरतमंद मरीजों के लिए बेहतर इलाज की सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराना था। इन 16 वर्षों में इस दिशा में हमें काफी महत्वपूर्ण सफलताएं मिली है। एम्स तथा सरकारी और निजी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेजों को मिलाकर राज्य में 10 मेडिकल कालेज हो गये है। इसके साथ ही सुदूरवर्ती इलाकों सहित पूरे राज्य में अच्छे और सुयोग्य डॉक्टरों की नियुक्ति की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि अब शासन द्वारा किये गये विशेष प्रयासों के तहत जिस प्रकार हर व्यक्ति को अनाज मिल रहा है, उसी प्रकार यह भी व्यवस्था की गई है कि इलाज के लिए प्रदेश का किसी भी नागरिक को भटकना न पड़े। स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अब जल्द ही स्मार्ट कार्ड के द्वारा 50 हजार रूपए तक इलाज की सुविधा मिलेगी। यह सुविधा सभी वर्ग के नागरिकों को प्राप्त होगी।
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