अंबाला और लुधियाना स्टेशनों का कायाकल्प फ्रांस की तर्ज पर

नई दिल्ली, 12 अप्रैल (जनसमा)। रेल मंत्रालय अंबाला और लुधियाना स्टेशनों का कायाकल्प फ्रांस के रेल स्टेशनों की तर्ज पर करना चाहता है।

इस बात का अध्ययन करने के लिए रेल मंत्री सुरेश प्रभु इन दिनों फ्रांस की यात्रा पर हैं। उन्होंने 11 अप्रैल को पेरिस में फ्रांस के परिवहन और समुद्री मामलों के मंत्री से भी मुलाकात की।

 सुरेश प्रभु इन दिनों फ्रांस की यात्रा पर हैं और वहां से वे 13 अप्रैल को जर्मनी जाएंगे। जहां वे 15 अप्रैल तक रहेंगे।

इसके अलावा सुरेश प्रभु इस बात का भी अध्ययन करेंगे कि दिल्ली और चंडीगड़ के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस की गति 110 किमी से बढ़ाकर 210 किमी तक कैसे की जाए। इस मामले में वे फ्रांस सरकार से सहयोग की भी अपेक्षा करते हैं।

जर्मनी की अपनी यात्रा के दौरान  प्रभु जर्मनी के ट्रांसपोर्टेशन एवं डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर फेडरल मंत्री के साथ मुलाकात करेंगे एवं रेल क्षेत्र में भारत एवं जर्मनी के बीच सहयोग पर विचार-विमर्श करेंगे।

हाई स्पीड रेल, मौजूदा रूट की गति को बढ़ाने, स्टेशन विकास, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स एवं ऑटोमोबाइल लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में जर्मनी की विशेषज्ञता भारत के लिए दिलचस्पी के विषय है। जर्मनी के मॉडल के तहत हाई स्पीड रेल के लिए एक गलियारे के व्यावहार्यता अध्ययन पर जर्मनी के साथ बातचीत चल रही है।

प्रभु जर्मनी के रेल उद्योगों से भी मुलाकात करेंगे।