अगरतला/नई दिल्ली, 15 सितम्बर | लड़ाकू जेट विमान सुखोई एसयू-30 को गुरुवार को अगरतला के नागरिक हवाईअड्डे पर उतारा गया, जिसके तत्काल बाद ही विमान को वापस उड़ा लिया गया। प्रशासन ने बताया है कि यह एक ‘सामान्य’ प्रक्रिया है।
सूत्रों ने बताया कि यह चीन से मुकाबले के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र में और अधिक हवाईअड्डों के संचालन के लिए भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के प्रयासों का ही एक हिस्सा था।
अगरतला हवाईअड्डे के निदेशक एस.डी. बर्मन ने संवाददाताओं को बताया, “इस सुबह सुखोई एसयू-30 को गुरुवार को अगरतला के नागरिक हवाईअड्डे पर उतारा गया। जल्द ही उसे वापस उड़ा लिया गया।”
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन अमित महाजन ने आईएएनएस को बताया, “यह शांति काल के समय की सामान्य प्रशिक्षण गतिविधि का हिस्सा है और कुछ नहीं।”
आईएएफ ने 2010 में असम के तेजपुर में अपना पहला एसयू-30 स्क्वै ड्रन तैनात किया था। मार्च 2011 में उसने असम के ही छाबुआ हवाईअड्डे में सुखोई का एक अन्य स्क्वै ड्रन तैनात किया था।
बर्मन ने बताया कि क्षेत्र में आठ हवाईअड्डे हैं, जिनके अलावा अरुणाचल प्रदेश में कुछ एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड्स हैं, जहां एसयू-30 विमानों को उतारा जा सकता है। –आईएएनएस
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