नई दिल्ली, 27 अप्रैल | राज्यसभा में बुधवार को अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले को लेकर भारी हंगामा हुआ, जिसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई। हंगामे की शुरुआत भाजपा सदस्य सुब्रह्मण्यम स्वामी द्वारा इस घोटाले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम लिए जाने के बाद हुई। इसका विरोध कर रहे कांग्रेस के सदस्यों ने सभापति से सोनिया का नाम लिए जाने को रिकॉर्ड से बाहर किए जाने की मांग की। स्वामी ने राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “विपक्ष के नेता, मि. मिचेल की मौखिक बातों को आधार बना रहे हैं, लेकिन इटली के उच्च न्यायालय ने मि. मिचेल का लिखित पत्र रिकॉर्ड किया है, जिसमें कहा गया है कि सोनिया गांधी..।” स्वामी के इतना कहते ही हंगामा शुरू हो गया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सदन की कार्यवाही 10 मिनट बाद दोबारा शुरू हुई, जिसमें उपसभापति पी.जे. कुरियन ने कहा कि स्वामी को दूसरे सदन के सदस्य का नाम नहीं लेना चाहिए। इसके बाद उन्होंने सोनिया का नाम सदन के रिकॉर्ड से हटा दिया।
उन्होंने कहा, “आप जानते हैं कि दूसरे सदन के सदस्य का नाम यहां नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी ऐसे सदस्य का नाम नहीं लिया जाना चाहिए, जो यहां आकर अपना बचाव नहीं कर सकता।”
इसके बाद भी हालांकि उपसभापति ने स्वामी को अपनी बात पूरी करने की अनुमति दी, जिसका कांग्रेस सदस्यों ने विरोध किया।
केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह सदस्य के अधिकार का हनन है।
इसके बाद कांग्रेस के सदस्य सभापति के आसन के समक्ष खड़े होकर नारेबाजी करने लगे, जिसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।(आईएएनएस)
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