अण्डर-19 वर्ल्डकप के फाइनल में पहुंचा भारत

मीरपुर, 9 फरवरी (जनसमा)। बांग्लादेश में खेले जा रहे अण्डर-19 विश्व कप के सेमीफाइनल में आज भारतीय टीम श्रीलंका को 97 रनों से हराकर फाइनल में पहुंच गई है। यह पांचवीं बार है जब भारतीय टीम अण्डर-19 विश्व कप के फाइनल में पहुंचने में सफल हुई है। भारत के अलावा पाकिस्तान की टीम भी पांच बार अण्डर-19 विश्व कप के फाइनल में पहुंच चुकी है।

मीरपुर के शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में हुए सेमीफाइनल मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अनमोलप्रीत सिंह (72) और सरफराज खान (59) के अर्धशतकों की मदद से निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 267 रन बनाए और इसके बाद लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम को 42.4 ओवरों में 170 के स्कोर पर ढेर कर दिया।

गेंदबाजों ने भारत को शुरुआत में ही दो अहम सफलता दिला दी। 13 के स्कोर पर टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज कविन बंदारा (2) और अविश्का फर्नाडो (4) पवेलियन लौट चुके थे। इसके बाद कामिंडु मेंडिस (39) और चरिथा अस्लांका (6) ने तीसरे विकेट के लिए 29 रनों की साझेदारी कर टीम को संभलाने की कोशिश की, लेकिन यह साझेदारी यहां से आगे जा पाती इससे पहले ही अस्लांका को राहुल बाथम ने पवेलियन भेज भारत को तीसरी सफलता दिलाई।

शम्मु अशान (38) ने मेंडिस का साथ दिया। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 13.5 ओवरों में 49 रनों की साझेदारी की। दोनों की साझेदारी से टीम को काफी उम्मीदें थी, लेकिन मयंक डागर ने मेंडिस को आउट कर श्रीलंका को बड़ा झटका दे दिया। यहां से टीम श्रीलंकाई टीम फिर नहीं संभल पाई और भारतीय गेंदबाज लगातार विकेट लेते रहे। अंतत: पूरी टीम लक्ष्य से 98 रन पहले ही धराशायी हो गई।

भारतीय टीम की तरफ से सबसे ज्यादा तीन विकेट डागर ने लिए जबकि अवेश खान को दो विकेट मिले। खलील एहमद, राहुल बाथम और वाशिंगटन सुंदर को एक-एक विकेट मिला। दो बल्लेबाज रनआउट हुए।

भारत के सर्वोच्च स्कोरर अनमोलप्रीत को मैन ऑफ द मैच चुना गया। इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही। 9.2 ओवरों तक मात्र 27 रन जोड़ सके दोनों सलामी बल्लेबाज ऋषभ पंत (14) और कप्तान ईशान किशन (7) बिना खास योगदान दिए पवेलियन लौट गए।

अनमोलप्रीत और सरफराज ने शुरुआती झटकों से भारत को उबारते हुए सूझबूझ भरी साझेदारी कर टीम को संभाला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 21 ओवरों में 96 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी को असिथा फर्नाडो ने तोड़ा। उन्होंने सरफराज को अशान के हाथों कैच करा भारत को तीसरा झटका दिया। आउट होने से पहले सरफराज ने 71 गेंदों का सामना किया और छह चौके और एक छक्का लगाया।

सरफराज के बाद आए वाशिंगटन सुंदर (43) ने अनमोलप्रीत का बखूबी साथ दिया और दोंनो ने चौथे विकेट के लिए 11.5 ओवर में 70 रन जोड़े। थिलन निमेष ने अनमोलप्रीत को आउट कर यह साझेदारी को तोड़ा। अनमोलप्रीत ने 92 गेंदे का सामना कर छह चौके और एक छक्का लगाया। इसके बाद आए अरमान जाफर ने भी 29 रनों का योगदान दिया। महिपाल लोमरुर ने 11 और मयंक डगर ने 17 रन बनाए।

भारतीय टीम ने शुरुआत से काफी धैर्यपूवर्क खेला और 40 ओवरों तक उनकी रन गति काफी धीमी रही। 40 ओवरों तक भारत ने तीन विकेट पर 178 रन बनाए थे। हालांकि आखिरी के 10 ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों ने 89 रन जोड़े। तेज गति से रन बनाने के प्रयास में हालांकि आखिरी के छह ओवरों में भारत के पांच विकेट भी गिरे।

श्रीलंका की तरफ से फर्नाडो ने चार विकेट लिए। लाहिरु कुमारा और निमेष को दो-दो विकेट मिले। एक बल्लेबाज रन आउट हुआ। भारत तीन बार विश्व कप खिताब जीत चुका है और अब उसकी नजर रिकॉर्ड चौथी बार खिताब हासिल करने पर रहेगी। भारतीय टीम गुरुवार को इसी मैदान पर वेस्टइंडीज और मेजबान बांग्लादेश के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल मैच के विजेता से फाइनल भिड़ेगी।