नई दिल्ली, 29 सितम्बर | केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम.वेंकैया नायडू ने गुरुवार को पाकिस्तान से आग्रह करते हुए कहा कि वह अपनी जिम्मेदारी को ‘समझे’ और भारत के खिलाफ आतंकवादियोंको सहायता करने की ‘मूर्खता’ पर विचार करे।
नायडू ने यहां संवाददाताओं से कहा, “पाकिस्तान को अपनी अज्ञानता को महसूस करना चाहिए और आतंकवाद को सहायता व उकसावा देने का कार्य बंद करना चाहिए।”
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भारतीय सेना के हाथों में सुरक्षित है।
नायडू ने कहा, “देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भारतीय सेना के हाथों में सुरक्षित है और यही कारण है कि दुनिया भर में रहने वाले भारतीय बुधवार रात सेना के चलाए गए अभियान की तारीफ कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि आतंकवाद से निपटने में भारत ने कड़ा रवैया अपनाया है और सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया है। कम से कम अब तो पाकिस्तान को क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।
सैन्य अभियानों के महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह द्वारा जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ठिकानों पर बुधवार रात भारतीय सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक की स्वीकारोक्ति के बाद मंत्री की ये टिप्पणियां सामने आई हैं।
नायडू ने कहा कि अभियान को बुधवार रात भारतीय सेना ने अंजाम दिया।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान से भारत आग्रह कर रहा है कि उसे क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं करनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है।
नायडू ने हालांकि कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में जनवरी 2004 में पाकिस्तान ने वादा किया था कि उसकी सरजमीं का इस्तेमाल आतंकवाद को समर्थन देने के लिए नहीं होगा, जिसे पूरा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा, “वे अपना वादा पूरा न कर भारत में घुसपैठ के लिए आतंकवादियों की सहायता कर रहे हैं और उनका वित्त पोषण कर रहे हैं।”
मंत्री ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के समर्थन का चयन किया है, जिससे न केवल क्षेत्र की शांति को खतरा है, बल्कि पूरी दुनिया खतरे में है।
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