अपने क्षेत्रों का समर्पण-भाव से करें विकास : वीरभद्र

शिमला, 02 फरवरी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने नव-निर्वाचित पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों से लोगों के कल्याण तथा सम्बन्धित क्षेत्रों के तीव्र विकास के लिए समर्पण की भावना से कार्य करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की निर्विरोध चुनी गई 114 ग्राम पंचायतों में प्रत्येक को 10 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री आज कांगड़ा जिले के विधानसभा क्षेत्र जवाली के कोटला में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।

वीरभद्र सिंह ने कांग्रेस विचारधारा से जुड़े अधिकांश ग्राम पंचायत प्रधानों एवं पंचायत समिति सदस्यों को निर्वाचित करने के लिए राज्य के लोगों का  आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा, किन्नौर और हमीरपुर जिला परिषदों, जहां अध्यक्ष अथवा उपाध्यक्ष के पद भाजपा समर्थित उम्मीदवारों को गए हैं, को छोड़कर अन्य सभी जिलों में जिला परिषद के शीर्ष पदों पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार काबिज हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं को पीछे से वार करने के बजाए राजनीतिक लड़ाई के लिए खुलकर सामने आने को कहा है। उन्होंने कहा कि शांता कुमार भी प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं, लेकिन उनकी कार्यप्रणाली का तरीका बिल्कुल अलग एवं शालीन था तथा उन्होंने कभी भी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को झूठे मामले बनाकर फंसाने का प्रयास नहीं किया।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि राज्य के भाजपा नेता उनके विरूद्ध किस प्रकार की नीति अपनाते हैं। उन्होंने कहा कि जब कभी भी उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश की, राज्य के लोग उनके साथ चट्टान की तरह खड़े रहे और हमेशा साथ रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी विकास की बात सामने आई तो कांग्रेस पार्टी ने क्षेत्र को लेकर कभी भेदभाव पर विश्वास नहीं किया। कांग्रेस सरकार ने राज्य के सभी क्षेत्रों में सड़क नेटवर्क, शिक्षा और स्वास्थ्य संस्थानों अथवा अन्य विकासात्मक कार्यों में संतुलन सुनिश्चित बनाया है।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने पठानकोट आतंकी हमले में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सिहुंआ गांव के शहीद श्री संजीवन राणा के घर पहुंचकर परिजनों से भेंट की। मुख्यमंत्री ने राज्य वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानिया के आग्रह पर आश्वासन दिया कि सरकार शाहपुर डिग्री काॅलेज का नाम शहीद श्री संजीवन राणा के नाम पर रखने पर विचार करेगी।