सुरक्षा

अफगानिस्तान (Afghanistan) में अपने नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता

भारत का कहना है कि अफगानिस्तान (Afghanistan) में अपने नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। सरकार ने अब तक 260 भारतीयों सहित 550 लोगों को वहां से सुरक्षित निकाला है।

सरकार ने 27 अगस्त, 2021 को कहा कि अफगानिस्तान में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, सरकार ने काबुल या दुशांबे से छह अलग.अलग उड़ानों में 550 लोगों को निकाला है।

उन्होंने कहा, इनमें से 260 से अधिक भारतीय थे। बागची ने बताया कि समग्र आकलन यह है कि लौटने की इच्छा रखने वाले अधिकांश भारतीयों को निकाल लिया गया है।

अफगानिस्तान (Afghanistan) में 26 अगस्त को  कम से कम 13 अमेरिकी सैनिक काबुल हवाई अड्डे पर हुए विस्फोटों में मारे गए।  इस हमले में 90 लोगों की मौत बताई गई है।

यह हमला आईएसआईएल (आईएसआईएस) सहयोगी, इस्लामिक स्टेट इन खुरासान प्रांत (आईएसकेपी या आईएसआईएस-के) द्वारा किया गया है। इस्लामिक स्टेट (IS) के अफगान सहयोगी ISIS-खोरासन ने हमलों की जिम्मेदारी ली है।

अफगानिस्तान में  अगस्त 2011 में चिनूक हेलीकॉप्टर पर हुए हमले के बाद से अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के लिए यह सबसे खराब एक दिन का नुकसान था, जिसमें 30 सेवा सदस्य मारे गए थे।

 

इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने काबुल में गुरुवार के हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई। बिडेन ने गुरुवार को व्हाइट हाउस के एक भाषण में पुष्टि की कि बम विस्फोट इस्लामिक स्टेट द्वारा खुरासान प्रांत, ISKP (ISIS-K), अफगानिस्तान में ISIL के सहयोगी द्वारा किए गए थे।

अफगानिस्तान (Afghanistan)  में  काबुल में अमेरिकी दूतावास ने अलर्ट जारी कर अपने नागरिकों से हवाईअड्डे की यात्रा करने से बचने और हवाईअड्डे के फाटकों से बचने को कहा है। फ्रांसीसी दूत ने भी अपने नागरिकों को तत्काल क्षेत्र छोड़ने की चेतावनी दी।

रिपोर्टों के अनुसार, अफगानिस्तान के दो सबसे प्रमुख नेताओं, पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और अब्दुल्ला अब्दुल्ला, जिन्होंने राष्ट्रीय सुलह के लिए उच्च परिषद (एचसीएनआर) का नेतृत्व किया, को भी तालिबान द्वारा प्रभावी रूप से नजरबंद कर दिया गया है।

भारत ने काबुल में हुए बम धमाकों की कड़ी निंदा की है। नई दिल्ली ने आतंकवादी हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।