रायपुर, 14 मार्च। छत्तीसगढ़ में विशेषज्ञ चिकित्सकों (स्पेशलिस्ट डॉक्टर) की कमी को दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ के चिकित्सा शिक्षा विभाग और मुम्बई स्थित निजी चिकित्सा संस्थान ‘कॉलेज ऑफ फिजिशियन एण्ड सर्जन‘ के बीच एमओयू किया गया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को यहां विधानसभा स्थित मुख्य समिति कक्ष में आयोजित बैठक में इस समझौता ज्ञापन पर दस्तखत हुए।
डॉ. रमन सिंह ने एमओयू पर खुशी प्रकट करते हुए कहा कि अब हमारे राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों और जिला चिकित्सालयों में भी पी.जी.डिप्लोमा की पढ़ाई हो सकेगी। इससे ज्यादा संख्या में विशेषज्ञ चिकित्सक तैयार होंगे जो हमारी जरूरत को पूरी करेंगे।
समझौता के अनुसार यह संस्था राज्य के चयनित मेडिकल कॉलेजों और जिला चिकित्सालयों में दो वर्षीय पी.जी. डिप्लोमा कोर्स शुरू करेगी। इसी साल से प्रवेश शुरू हो जाएंगे। राज्य से एमबीबीएस फाईनल ईयर से निकले छात्र इस पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकेंगे। प्रति वर्ष लगभग एक सौ के लगभग विशेषज्ञ निकलेंगे।
यह पाठ्यक्रम प्रमुख रूप से डी.जी.ओ, डी.सी.एच, डी.ए., डीएमआरई, आर्थो, डीओआरएल, डीओएमएस सहित लगभग 30 कोर्स का संचालन करेंगी। इसके अलावा संस्था के द्वारा तीन वर्षीय फेलोशिप कोर्स भी संचालित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कॉलेज आफ फिजिशियन एण्ड सर्जन, मुम्बई की स्थापना साईटिफिक सोसायटी के रूप में सन् 1912 में हुई थी। इण्डियन मेडिकल डिग्री एक्ट 1916 के तहत परीक्षा संस्थान के रूप से इसे मान्यता प्राप्त है। इस सस्था द्वारा अभी तक 45 हजार से अधिक पी.जी. डिप्लोमा और 4 हजार के लगभग फेलोशिप दी जा चुकी है।
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