मुंबई, 12 मई | महानायक अमिताभ बच्चन ने संकेत दिया है कि कैसे शोहरत व सफलता निर्दयता, प्रतिशोध, ईष्र्या व संबंधित भावों को इकट्ठा कर लेती है। सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को अमिताभ बच्चन को झटका देते हुए आयकर विभाग के अधिकारियों की उस याचिका को बरकरार रखा, जिसमें उन्होंने बंबई उच्च न्यायालय के उस फैसले को चुनौती दी है, जो अमिताभ को उनके शो ्न’कौन बनेगा करोड़पति’ (केबीसी) से हुई आय में कर में छूट देने की अनुमति देता है।
लेकिन अमिताभ की कानूनी सलाहकार टीम और चार्टर्ड अकाउंटेंट के अनुसार, इस मामले का केबीसी मामले से कोई संबंध नहीं है। इनकी ओर से कहा गया कि सर्वोच्च न्यायालय ने अमिताभ को आदेश के खिलाफ अपील करने का अधिकार दिया है।
अमिताभ (73) ने इस बारे में अपने आधिकारिक ब्लॉग पर अपने विचार व्यक्त किए।
उन्होंने लिखा, “किसी भी तरह की प्रसिद्धि ध्यान खींचती है। शोहरत, सेलिब्रिटी, महत्व, महानता, कद, पद, रैंक, अकाउंट..।”
उन्होंने लिखा, “उपरोक्त सभी शोहरत में खूबसूरती से फिट बैठ सकते हैं, लेकिन बहस व जिरह इसकी एक लाख अलग-अलग व्याख्या से ध्यान भंग कर देंगी। इसमें निर्दयता, प्रतिशोध, जलन व संबंधित भावों को जुटा लेने की क्षमता है।”
अमिताभ की अगली फिल्म ‘टीई3एन’ व ‘पिंक’ है।
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