नई दिल्ली, 12 अप्रैल| भारत दौरे पर आए अमेरिकी रक्षामंत्री एश्टन कार्टर ने अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान बेचने के बारे में मंगलवार को कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को काफी महत्व देता है। उन्होंने कहा, “भारत के भी दूसरे देशों के साथ संबंध हैं, जैसे रूस आदि। हम उनकी इज्जत करते हैं।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान आतंकवाद से लड़ने के लिए दिए हैं, और इसे पाकिस्तान के संघ शासित कबायली क्षेत्रों में इस्तेमाल को मंजूरी दी है, जहां तालिबान काफी मजबूत स्थिति में है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका “पाकिस्तान से आतंकवाद के खात्मे” को काफी गंभीरता से लेता है।
भारत ने पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान बेचने के अमेरिका के फैसले पर चिंता जाहिर की थी। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने सरकार की चिंता से कार्टर को अवगत कराया।
पर्रिकर के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में यह पूछे जाने पर कि पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान की आपूर्ति करने के बाद क्या अमेरिका भारत का विश्वस्त सहयोगी बनने की कोशिश कर रहा है? कार्टर ने कहा, “हम भारत के विश्वसनीय सहयोगी बनने की कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने भारत को कुछ अनूठी प्रौद्योगिकी दी है। “हमारा किसी और देश के साथ ऐसा समझौता नहीं है।”
इसी मुद्दे पर पर्रिकर से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने कार्टर के सामने अपनी चिंताएं जाहिर की है और अमेरिकी रक्षामंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया है कि इन लड़ाकू विमानों का प्रयोग आतंकवाद के खिलाफ किया जाएगा।
कार्टर ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवाद खत्म करने का निर्देश दिया है, क्योंकि अमेरिका भी आतंकवाद से पीड़ित है।
उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान अगर फाटा (संघ प्रशासित कबायली क्षेत्र) में एफ-16 का प्रयोग करता है तो हम उसे मंजूरी प्रदान करेंगे। हम पाकिस्तान में आतंकवाद के खात्मे को लेकर काफी गंभीर हैं।”
अमेरिका ने फरवरी मध्य में भारत के विरोध के बावजूद पाकिस्तान को 69.9 करोड़ डॉलर कीमत के आठ एफ-16 विमानों की आपूर्ति को मंजूरी दी थी।
फाईल फोटोः एश्टन कार्टर (आईएएनएस)
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