वाशिंगटन, 23 जनवरी । अमेरिका में इन दिनों बर्फीले तूफान ने कहर मचा रखा है। लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं, लेकिन तूफान के चलते न तो घरों में बिजली की सप्लाई हो रही है और न ही अन्य सुविधाएं उन तक पहुंच पा रही हैं। बताया जाता है कि बर्फीले तूफान के चलते शुक्रवार और शनिवार को अमेरिका में या बाहर जाने वाली करीब 7600 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका में सर्द मौसम का कहर जारी है। जनवरी 18, 2016 को शिकागो में लेक मिशिगन बर्फ में तब्दील हो गई। फोटो: सिन्हुआ/टिंग शेन/आईएएनएस
जानकारी के मुताबिक अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी समेत देश का सम्पूर्ण पूर्वी हिस्सा इस भीषण बर्फीले तूफान की चपेट में आ गया है। आशंका जताई जा रही है कि इस तूफान में रिकॉर्ड 30 इंच तक की बर्फबारी हो सकती है। इस तूफान के चलते 1.2 लाख से भी ज्यादा घरों से बिजली गायब है और लाखों लोगों का जीवन एक तरह से पंगु हो गया है। न तो वे घरों से बाहर निकल पा रहे हैं और न ही रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं उन तक पहुंच पा रही हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि इस तूफान के कारण वाशिंगटन डीसी समेत उत्तर कैरोलाइना, टेनेसी, मैरीलैंड, वर्जीनिया, फिलाडेल्फिया, न्यू जर्सी और न्यूयार्क जैसे राज्य ज्यादा प्रभावित हुए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि बर्फ के इस भयंकर तूफान ने तेज हवाओं के साथ क्षेत्र में कई इंच मोटी बर्फ बरसानी शुरू कर दी है। इसके कारण 1.2 लाख से ज्यादा घरों से बिजली चली गई।
विभाग ने इस बर्फीले तूफान के कारण सप्ताहांत पर रिकार्ड 30 इंच की बर्फबारी की आशंका जताई है। इसी के चलते अमेरिकी सरकार ने वाशिंगटन डीसी और क्षेत्र के लगभग छह अन्य राज्यों में आपातकाल की घोषणा कर दी है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि तूफान अभी और भयंकर रूप अख्तियार कर सकता है। भारी बर्फबारी और तेज हवाओं के कारण बहुत कम दश्यता वाली स्थितियां पैदा हो जाएंगी और यात्रा करना बहुत खतरनाक हो जाएगा।
विभाग ने बताया कि यह बर्फीला तूफान 36 घंटे तक जारी रह सकता है और कुछ स्थानों पर दो फुट से ज्यादा बर्फ गिर सकती है। सरकार नागरिकों को रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने के प्रयास में जुटी है, लेकिन तूफान के चलते फिलहाल लोगों को कोई मदद नहीं मिल पा रही है।-एजेंसी
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