अमेरिका में भारतीय ने पत्नी और प्रोफेसर की हत्या की

लॉस एंजिलिस, 3 जून | मैनक सरकार नाम के भारतीय मूल के अमेरिकी ने मिनेसोटा में अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद 3,000 किलोमीटर खुद कार चलाकर यूनिवर्सिटी ऑफ केलिफरेनिया-लॉस एंजिलिस (यूसीएलए) गया और वहां प्रोफेसर की हत्या कर दी। इसके बाद उसने खुदकुशी कर ली। अधिकारियों ने बताया कि हमलावर ने एक ‘किल लिस्ट’ बना रखी थी, जिसमें उसकी पत्नी और प्रोफेसर के नाम लिखे थे।

38 वर्षीय सरकार ने आईआईटी खड़कपुर से स्नातक किया था। उसने अपनी पत्नी एश्ले हस्ती की हत्या की जिसे मिनेसोटा के ब्रुकलिन पार्क स्थित आवास में मृत पाया गया। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

सरकार ने बाद में इंजीनियरिंग के प्रोफेसर विलियम क्लग (39) की उनके यूसीएलए स्थित कार्यालय में बुधवार को हत्या कर दी। क्लग ने उसे पासिंग ग्रेड देने से मना कर दिया था।

हेनेपिन काउंटी की संचार अधिकारी कार्लोन मरानान ने बताया कि हस्ती और सरकार की 14 जून 2011 को शादी हुई थी। अभी तक यह साफ नहीं है कि हत्या के वक्त भी क्या दोनों पति-पत्नी थे या उनका अलगाव हो चुका था।

पुलिस ने सरकार के मिनेसोटा स्थित घर की तलाशी ली जिसमें एक नोट मिला। लॉस एंजिलिस पुलिस प्रमुख चार्ली बेक के मुताबिक इस पर शीर्षक ‘किल लिस्ट’ लिखा था। इसमें तीन लोगों के नाम लिखे थे, जिनमें क्लग और हस्ती का नाम शामिल था।

उप पुलिस प्रमुख मार्क ब्रूले ने बताया कि हस्ती के जिस्म पर गोलियों के निशान थे और उसे यूसीएलए में गोलीबारी से पहले मारा गया था।

सरकार ने जाहिर तौर पर मिनेसोटा से लॉस एंजिलिस की 3,220 किलोमीटर की दूरी खुद अपनी कार चलाकर तय की थी।

सरकार का जिस तीसरे व्यक्ति को मारने का इरादा था, वह भी यूसीएलए में प्रोफेसर है। पुलिस प्रमुख बेक ने बताया कि वह शिक्षक बुधवार को छुट्टी पर था, इसलिए बच गया।

बेक ने कहा कि यूसीएलए शूटिंग का कारण ‘बौद्धिक संपदा अधिकार पर विवाद’ है। इस घटना के बाद परिसर को बुधवार को बंद कर दिया गया है।

सरकार को लगता था कि ने प्रोफेसर क्लग ने ऐसी सूचना चुराई जिससे उसे नुकसान हुआ। पुलिस प्रमुख ने बताया, “यूसीएलए का कहना है कि यह बिल्कुल भी सही नहीं है। यह उसकी कल्पना की उड़ान है।”

सरकार यूसीएलए के क्लग के रिसर्च समूह की वेबसाइट पर भी सूचीबद्ध था। उसने शोध प्रबंध की ऑनलाइन सामग्री में क्लग को अपना सलाहकार बताया है।

पुलिस उस निस्सान सेंट्रा कार की तलाश कर रही है जिसे चलाकर सरकार मिनेसोटा से कैलीफरेनिया गया था।

क्लग मैकेनिकल और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर थे और सोशल मीडिया में कई महीनों से सरकार के निशाने पर थे।

सरकार ने 10 मार्च को अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि प्रोफेसर ने ‘मेरा सारा कोड चुरा लिया और किसी अन्य छात्र को दे दिया’। सरकार ने उन्हें ‘बीमार आदमी’ बताया था।

सरकार के लिंक्डइन पेज के मुताबिक यूसीएलए में दाखिल होने से पहले उसने स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की डिग्री हासिल की थी। उससे पहले उसने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़कपुर से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी।

अमेरिका में उसने टेक्सस यूनिवर्सिटी में रिसर्च अस्सिटेंट और एक सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में कार्य किया था।

यूसीएलए का इंजीनियरिंग परिसर लॉस एंजिलिस के घनी आबादी के मध्य में स्थित है।

–आईएएनएस