अर्जेटीना में सबसे लोकप्रिय वैकल्पिक खेल बन गया है कबड्डी

अर्जेटीना में सबसे लोकप्रिय वैकल्पिक खेल बन गया है कबड्डी

अहमदाबाद, 11 अक्टूबर | कबड्डी विश्व कप-2016 में हिस्सा लेने पहुंची अर्जेटीना की टीम के कोच रिकाडरे एकुना की माने तो डिएगो मैराडोना और लियोनेल मेसी के देश में कबड्डी नम्बर-1 वैकल्पिक खेल बन गया है। एक सर्वेक्षण में इस देश के लोगों ने कबड्डी को वैकल्पिक खेलों की सूची में पहले स्थान पर रखा है।

निसंदेह इस देश का सबसे पसंदीदा खेल फुटबॉल है और रहेगा लेकिन सिर्फ नौ साल में कबड्डी ने जो सफर तय करते हुए नम्बर-1 वैकल्पिक खेल का दर्जा हासिल किया है, वह अपने आप में बेमिसाल है।

फोटो : कोरिया गणराज्य और अर्जेंटीना के बीच 2016 कबड्डी विश्व कप मैच के दौरान कार्रवाई करते खिलाड़ी              –आईएएनएस

एकुना ने पूरे दावे और आंकड़ों के साथ यह बात कही। आईएएनएस के साथ बातचीत में एकुना ने कहा, “हमारा देश फुटबॉल से अपार प्यार करता है। इसके बाद लोग रग्बी, हाकी और वालीबॉल खेलते हैं। ये मुख्यधारा के खेल हैं, लेकिन जब वैकल्पिक खेलों की बात आती है तो कबड्डी को पहले स्थान पर रखा जाता है।”

एकुना ने कहा कि अर्जेटीना कबड्डी महासंघ के अंतर्गत 100 के करीब महिला एवं पुरूष खिलाड़ी पंजीकृत हैं। एकुना ने कहा, “साल 1999 में हम पहली बार इस देश में कबड्डी को लेकर आए थे। लोग इसे लेकर काफी जिज्ञासु थे। लोग जानना चाहते थे कि यह क्या खेल है। धीरे-धीरे लोगों ने इसे जाना और हैरानी की बात यह है कि बीते नौ साल से यह खेल हमारे देश में नंबर-1 वैकल्पिक खेल बना हुआ है।”

तो फिर लोगों के अंदर की जिज्ञासा को आपने कैसे मिटाया, यह पूछे जाने पर 48 साल के एकुना ने कहा, “मेरे लिए वीडियो सबसे अच्छा माध्यम था। जो भी कभी मुझसे इस खेल के बारे में पूछता मैं अपनी जेब से अपना सेलफोन निकालता और उसे वीडियो दिखा देता। यकीन मानिए, लोग इससे प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाते।”

एकुना की टीम कबड्डी विश्व कप में अपना पहला मैच दक्षिण कोरिया के हाथों 68-42 से हार चुकी है, लेकिन एकुना का मानना है कि उनके लिए अभी परिणाम मायने नहीं रखता क्योंकि पेशेवर कबड्डी के लिहाज से उनके देश में अभी काफी काम किया जाना बाकी है और अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी महासंघ ने उसे हरसंभव मदद पहुंचाने का वादा किया है और वह इस वादे के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं।

बकौल एकुना, “आईकेएफ ने मुझसे वादा किया है कि वह हमारे देश में कबड्डी से जुड़ी मूलभूत सुविधाएं तैयार करने में मदद करेगा। यह काम आने वाले महीनों में होना है और मैं इसी दिन का इंतजार कर रहा हूं क्योंकि मुझे पता है कि हमारे खिलाड़ी प्रतिभाशाली हैं, उन्हें बस इस खेल की बारीकियों से अवगत कराने की जरूरत है।”

जयंत के. सिंह===