रांची, 20 जनवरी। दिल्ली पुलिस की जांच एजेंसी ने झारखंड पुलिस के सहयोग से देश में अलकायदा माड्यूल खड़ा करने की कोशिश को नकाम करने में सफलता पायी है। दोनों के संयुक्त अभियान के कारण देश में अलकायादा के इन इंडियन सब कांटीनेट (एक्यूआइएस) मोड्यूल के नेटवर्क बनाने के प्रयास में आंतकी सफल नहीं हो पाये।
एक्यूआइएस के भारत चीफ मोहम्मद आसिफ की गिरफ्तारी के बाद उसके एक और साथी अब्दुल रहमान उर्फ कटकी को उड़ीसा से गिरफ्तार किया गया। दो दिन पूर्व हरियाणा से अब्दुल सामी को गिरफ्तार किया गया।
झारखंड एटीएस बुधवार को आंतकी से पूछताछ के लिए दिल्ली रवाना हो गयी है। पूछताछ में झारखंड के आंतकी कनेक्शन का खुलासा होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के संभल निवासी अलकायदा के भारत प्रमुख मोहम्मद आसिफ, जगतपुर स्थित कच्छ गांव के अब्दुल रहमान, संभल निवासी जफर मसूद उर्फ गुड्डू और बंगलुरु निवासी मौलाना सईद अंजार शाह काजमी को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था। अब्दुल सामी अलकायदा के इंडियन माड्यूल का गिरफ्तार होने वाला पांचवा संदिग्ध है।
राज्य में 10 संदिग्ध ले चुके पाक में ट्रेनिंग
आंतकवादी संगठन अलकायदा से सबंधो के आरोप में गिरफ्तार जमशेदपुर के अब्दुल सामी ने जांच एजेंसियों को पूछताछ में बताया है कि उसके साथ झारखंड के 8-10 युवक पाकिस्तान में चार माह तक ट्रेनिंग ले चुके है। ये युवक जमशेदपुर, रांची, लोहरदगा, पाकुड़, जामताड़ा के रहने वाले बताये जाते है।
पहले किया जाता है ब्रेनवास
गिरफ्तार अब्दुल सामी ने पूछताछ में बताया है कि नये युवकों को संगठन में जोड़ने से पूर्व उनका ब्रेनवास किया जाता है। इसके बाद सरहद पार आंतकी कैंप में ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग लेने के बाद उन्हें हमला के लिए भारत भेजा जाता है।
क्या कहते है अधिकारी
एडीजी सह प्रवक्ता एसएन प्रधान ने अशांका जतायी है कि अगर ये आंतकी नहीं पकड़े जाते तो देश के किसी भी शहर में बड़ी घटना को अंजाम दे सकते थे। उन्होंने कहा कि झारखंड में अलकायदा के एक्यूआइएस माड्यूल को खंगाला जा रहा है।-एजेंसी
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