श्रीराम जन्मभूमि

अशोक सिंहल श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आन्दोलन के प्राण थे

नई दिल्ली, 27सितम्बर। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) मुख्यालय में आज गौलोकवासी अशोक सिंहल को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए विहिप के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष एडवोकेट  आलोक कुमार ने कहा कि वे श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आन्दोलन के प्राण थे।

 वे संतों में भी आदरणीय थे। श्रीराम जन्मभूमि पर जो मंदिर एक राष्ट्र मंदिर के रूप में बन रहा है उसकी नींव की ईट के रूप में उन्हें सदैव स्मरण किया जाएगा।

विहिप उपाध्यक्ष तथा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रष्ट के महासचिव चम्पत राय ने कहा कि यूं तो अशोक सिंहल जी के जीवन में एक  बड़ा मोड़ 1981 के वोट क्लब दिल्ली की ‘विराट हिन्दू समाज’ नामक विशाल आयोजन के बाद आया।

संयुक्त महामंत्री के रूप में 1982 में विहिप में पदार्पण के साथ ही उन्होंने देश भर में एकात्मता यात्राओं के माध्यम से हिन्दू समाज का जागरण प्रारम्भ किया। अपने वैचारिक विरोधियों से भी उनके मधुर सम्बन्ध थे। 

दक्षिणी दिल्ली स्थित विहिप मुख्यालय में रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम में विहिप की केन्द्रीय प्रबंध समिति के सदस्य दिनेश चन्द्र, केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री स्वामी विज्ञानानंद व  कोटेश्वर शर्मा, केन्द्रीय मंत्री  प्रशांत हरतालकर,  खेमचंद शर्मा तथा  जुगल किशोर सहित अनेक गणमान्य लोगों ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।