जयपुर, 3 फरवरी। राजस्थान में आंगनबाड़ी केन्द्रों को आधुनिक सुविधा सम्पन्न करने के लिए नन्द घर योजना में सामुदायिक सहभागिता से आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए भूमि उपलब्धता, भवन निर्माण व निर्मित भवनों के मरम्मत कार्य को प्राथमिकता से लिया जाए व इन केन्द्रों को अधिक से अधिक साधन सम्पन्न बनाया जाए। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री अनिता भदेल ने बुधवार को झालाना स्थित शिफू भवन में महिला एवं बाल विकास विभाग के जयपुर, भरतपुर संभाग एवं चुरू जिले में चल रही योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए यह बात कही।
उन्होंने जिला परियोजना अधिकारियों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया में हो रहे विलम्ब पर कहा कि अगर जहां कहीं ग्राम पंचायत एक माह की अवधि में ग्राम सभा की बैठक आयोजित नहीं करे वहां पर प्रपत्र जारी कर विभागीय नियमानुसार भर्ती प्रक्रिया शीघ्र सम्पन्न करें। उन्होंने कहा कि आईसीडीएस मिशन योजना के अन्तर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवन निर्माण के लिए जहां कहीं भी भूमि विवाद है वहां जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से समन्वय कर विवाद के समाधान के लिए अन्यत्र भूमि का चयन कर शीघ्र भवन का निर्माण किया जाए।
भदेल ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्मिकों के मानदेय व पोषाहार का भुगतान हर माह की 5 तारीख तक हर हालत में करना सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए जिला परियोजना अधिकारियों को पाबंद किया। उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को आत्म निर्भर बनाने के लिए अमृता हाट को और सशक्त बनाया जाएगा।
अतिरिक्त मुख्य सचिव राकेश श्रीवास्तव ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों से कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषाहार की नियमित आपूर्ति व गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जिला परियोजना अधिकारी समय-समय पर क्षेत्र में दौरा करें। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की प्रगति के लिए संबंधित परियोजना अधिकारी समय-समय पर क्षेत्र में दौरा कर समीक्षा करें।
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