बेंगलुरु, 29 मई | सनराइजर्स हैदराबाद ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के नौवें संस्करण का खिताब जीत लिया है। डेविड वार्नर की कप्तानी में खेल रही इस टीम ने रविवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को आठ रनों से हराया। हैदराबाद ने पहली बार फाइनल में जगह बनाया और चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया जबकि विराट कोहली के नेतृत्व में खेल रही बेंगलोर की टीम तीसरी बार फाइनल में पहुंचकर भी खिताब से दूर रह गई।
कप्तान कोहली (54) और क्रिस गेल (76) की बेहतरीन पारियों के बावजूद बेंगलोर टीम 209 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 20 ओवरों में आठ विकेट गंवाकर 200 रन ही बना सकी। कोहली और गेल ने हैदराबाद के सभी गेंदबाजों की बखिया उघेड़ते हुए 63 गेदों पर 114 रन जोड़े लेकिन बाद के बल्लेबाज इस बेहतरीन शुरुआत का फायदा नहीं उठा सके।
पहली बार फाइनल खेल रही सनराइजर्स हैदराबाद टीम ने इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान वार्नर (69), युवराज सिंह (38) और बेन कटिंग (नाबाद 39) की तूफानी पारियों की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 208 रन बनाए। आईपीएल के किसी फाइनल का यह सबसे बड़ा स्कोर है।
बेंगलोर की टीम पहले क्वालीफायर में गुजरात लायंस को हराकर फाइनल में पहुंची थी जबकि हैदराबाद ने दूसरे क्वालीफायर में गुजरात को हराया था। एलिमिनेटर में उसने कोलकाता नाइट राइर्ड्स को पटखनी दी थी।
कोहली और गेल के विकेट पर रहते ऐसा लग रहा था कि बेंगलोर यह मैच समय से पहले जीत लेगा लेकिन इन दोनों के आउट होने के साथ ही हैदराबाद को हावी होने का मौका मिल गया। अब्राहम डिविलियर्स का विकेट गिरते ही साफ हो गया कि बेंगलोर के लिए यह लक्ष्य पाना मुश्किल है।
बहरहाल, गेल ने अपनी तूुफानी पारी में 38 गेदों का सामना कर चार चौके और आठ छक्के लगाए। गेल के आउट होने के बाद कोहली ने अपना गियर बदला और लीग के इस संस्करण में अपना सातवां अर्धशतक पूरा किया।
कोहली हालांकि अर्धशतक पूरा करने के तुरंत बाद बरेंदर सरन की गेंद पर बोल्ड हो गए। कोहली ने 35 गेंदो की पारी में पांच चौके और दो छक्के लगाए।।
कोहली का विकेट 140 के कुल योग पर गिरा।कप्तान के आउट होने के बाद अब्राहम डिविलियर्स (5) सस्ते में पवेलियन लौ गए। उनका विके 148 के कुल योग पर गिरा।
अब लगने लगा था कि हैदराबाद ने मै में वापसी कर ली है। उसे इसे यकीन में बदलने के लिए कुछ और विकेटों की जरूरत थी। 160 के कुल योग पर कटिंग ने लोकेश राहुल (11) को आउट करते हुए इसे यकीन में बदल दिया।
अब शेन वॉटसन विकेट पर थे, जो बड़े स्कोर खेल सकते थे लेकिन मुस्ताफिजुर ने उन्हें चलता कर अपनी टीम को जीत के करीब लाने का काम किया। वॉटसन पांचवें विकेट के तौर पर 164 के कुल योग पर आउट हुए।
सचिन बेबी 18 रनों पर नाबाद लौटे लेकिन स्टुअर्ट बिन्नी ने 9 और क्रिस जार्डन ने तीन रन बनाए। इकबाल अब्दुल्ला भी चार रनों पर नाबाद रहे।
हैदराबाद की ओर से बेन कटिंग ने दो विकेट लिए जबकि मुस्ताफिजुर रहमान, बिपुल शर्मा और बरेंदर सरन ने एक-एक सफलता हासिल की।
पहली बार फाइनल खेल रही सनराइजर्स हैदराबाद टीम ने इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबजी करते हुए कप्तान डेविड वार्नर (69), युवराज सिंह (38) और बेन कटिंग (नाबाद 39) की तूफानी पारियों की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 208 रन बनाए।
लीग के इस संस्करण में 800 से अधिक रन बना चुके वार्नर ने शिखर धवन (28) के साथ बेहतरीन शुरुआत करते हुए 40 गेंदों पर 63 रन जोड़े। धवन ने 25 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया।
उनके आउट होने के बाद मोएसिस हेनरिक्स (4) सस्ते में आउट हुए लेकिन वार्नर ने अपनी बदौलत हेनरिक्स के साथ दूसरे विकेट के लिए 34 रन जोड़े। इसके बाद युवराज के साथ वार्नर ने 28 रनों की साझेदारी की।
वार्नर 38 गेंदों पर आठ चौके और तीन छक्के लगाने केोद 125 के कुल योग पर आउट हुए। दीपक हुड्डा तीन रन बना सके। युवराज का विकेट 148 के कुल योग पर गिरा। हुड्डा 147 रन पर आउट हुए थे।
इसके बाद 158 के कुल योग पर नमन ओझा (7) रन आउट हुए। बिपुल शर्मा (5) का विकेट 174 के कुल योग पर गिरा।
ऐसा लगा कि हैदराबाद 200 तक नहीं पहुंच सकेंगे लेकिन कटिंग ने 15 गेंदों पर तीन चौके और चार छक्के लगाते हुए स्कोर को 200 के पार पहुंचा। उनका एक छक्का स्टेडियम के बाहर चला गया। उनका यह छक्का 117 मीटर लम्बा था।
रॉयल चैलेंजर्स की ओर से क्रिस जार्डन तीन विकेट लिए जबकि श्रीनाथ अरविंद ने दो सफलता हासिल की। यजुवेंद्र चहल को एक सफलता मिली। शेन वॉटसन की जमकर धुनाई हुई। उन्होंने चार ओवर में 61 रन खर्च किए।
बेंगलोर की टीम पहले क्वालीफायर में गुजरात लायंस को हराकर फाइनल में पहुंची थी जबकि हैदराबाद ने दूसरे क्वालीफायर में गुजरात को हराया था। एलिमिनेटर में उसने कोलकाता नाइट राइर्ड्स को पटखनी दी थी।
–आईएएनएस
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