विशाखापट्टनम, 8 मई | गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर सनराइजर्स हैदराबाद ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के नौवें संस्करण में रविवार को मुंबई इंडियंस को 85 रनों से करारी शिकस्त दी। डॉ. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए लीग के 37वें मैच में हैदराबाद ने मुंबई को जीतने के लिए 178 रनों का लक्ष्य दिया था। मुंबई की टीम इसे हासिल नहीं कर सकी और 16.3 ओवरों में 92 रनों पर ही ढेर हो गई।
मुंबई का मजबूत बल्लेबाजी क्रम हैदराबाद के गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सका। टीम की तरफ से सबसे ज्यादा 21 रन हरभजन सिंह ने बनाए। वह नाबाद पवेलियन लौटे।
हैदराबाद के सबसे सफल गेंदबाज आशीष नेहरा रहे। उन्होंने तीन ओवरों में 15 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। नेहरा को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
हैदराबाद ने शिखर धवन के नाबाद 82 रनों की मदद से 20 ओवर में तीन विकेट खोकर 177 रन बनाए थे। धवन ने अपनी पारी में 57 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके और एक छक्का लगाया।
बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम को शुरुआत ही अच्छी नहीं मिली। पहले ओवर में ही पार्थिव पटेल बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। उस वक्त टीम का स्कोर छह रन था। यहां से विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हुआ और थमा नहीं। अगले ओवर में कप्तान रोहित शर्मा (5) भी पवेलियन लौट गए थे।
इसके बाद अंबाती रायडू (6) और क्रुणाल पंड्या (17) ने तीसरे विकेट के लिए 23 रनों की साझेदारी कर टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन नेहरा ने रायडू को पवेलियन भेजकर इस साझेदारी को तोड़ा। यह मुंबई की सबसे बड़ी साझेदारी रही।
इसके बाद मुंबई के बल्लेबाज लगातार विकेट गंवाते रहे और पूरी टीम 92 रनों पर ही सिमट गई। टीम के सिर्फ तीन बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े में पहुंच सके। क्रुणाल, हरभजन के अलाव केरन पोलार्ड (11) ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके।
नेहरा के अलावा मुस्तफिजुर रहमान ने तीन ओवरों में 16 रन देकर तीन विकेट लिए। बरेंदर सरन को दो सफलताएं मिलीं। उन्होंने 3.3 ओवर में 18 रन दिए।
इससे पहले, टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी हैदराबाद को धवन और कप्तान डेविड वार्नर (48) ने ठोस शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 85 रनों की साझेदारी की।
वार्नर ने एक छोर से तेज खेल खेला तो वहीं धवन ने उनके रहते संयम के साथ बल्लेबाजी की। इस जोड़ी को हरभजन सिंह ने तोड़ा। उन्होंने वार्नर को अपना अर्धशतक पूरा नहीं करने नहीं दिया और दो रन पहले ही पवेलियन भेज दिया।
कुछ देर बाद केन विलियम्सन (2) टीम के कुल योग 91 पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद युवराज सिंह (39) मैदान पर आए और उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने विकेट पर जमने के लिए ज्यादा समय नहीं लिया और उसके बाद लगातार बड़े शॉट खेलते रहे।
वहीं दूसरे छोर पर धवन भी आक्रामक खेल का प्रदर्शन कर रहे थे और लगातार चौके-छक्के लगा रहे थे। इन दोनों ने न सिर्फ बड़े शॉट लगाए बल्कि विकेट के बीच भी तेजी से रन बटोरे। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 85 रनों की साझेदारी की।
आखिरी ओवर में मिशेल मैक्लेघन की गेंद पर शॉट खेलते समय युवराज का बल्ला उनके ऑफ स्टम्प से जा लगा और वह हिट-विकेट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में कुल 23 गेंदें खेलीं और दो छक्के और तीन चौके लगाए।
मुंबई की तरफ से हरभजन ने दो विकेट और मैक्लेघन ने एक विकेट लिया।
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