नई दिल्ली, 25 अगस्त। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार आगामी 5 दिनों में 26 से 28 अगस्त के दौरान छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और पश्चिम राजस्थान में भारी से बहुत अधिक बारिश होने की संभावना है।
उत्तरी बंगाल की खाड़ी और समीपवर्ती क्षेत्र के आसपास एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। अगले 4-5 दिनों के दौरान इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की अधिक संभावना है। इसके प्रभाव में 28 अगस्त तक ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड में, 26 से 28 अगस्त, 2020 के दौरान छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और पश्चिम राजस्थान में भारी से बहुत अधिक बारिश होने की संभावना है।
25 और 26 को ओडिशा और 27 अगस्त, 2020 को छत्तीसगढ़ में भी भारी बारिश होने की संभावना है।
अब दक्षिण पश्चिम राजस्थान और पाकिस्तान से सटे इलाकों में एक कम दवाब का क्षेत्र बन रहा है। अगले 2 दिनों के दौरान गर्मी कम होने की संभावना है।
उपरोक्त मौसम संबंधी परिस्थितियों के प्रभाव में, 25 अगस्त को गुजरात राज्य में अत्यधिक भारी बारिश और दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
मानसून गर्त सक्रिय है और अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में है। अगले 2-3 दिनों के दौरान इसके सक्रिय रहने की संभावना है। इसके अलावा, 28 अगस्त तक उत्तर-पश्चिम भारत में अरब सागर से निचले स्तर की दक्षिण-पूर्वी हवाएं तैयार हो रही हैं। परिणमास्वरूप, 28 अगस्त, 2020 तक उत्तर-पश्चिमी भारत में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है
अगले 5 दिनों के दौरान मौसम को लेकर जारी चेतावनी
25 अगस्त (दिन 1):
ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है; पश्चिम राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी पंजाब, छत्तीसगढ़, झारखंड, गांगेय पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है तथा नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा, गुजरात राज्य, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम और आंतरिक तमिलनाडु में भी भारी बारिश होने की संभावना है।
पश्चिम राजस्थान, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुदुचेरी तथा कराईकल और केरल एवं माहे में अलग-अलग स्थानों पर हल्की-हल्की गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
दक्षिण पश्चिम और इससे सटे पश्चिमोत्तर अरब सागर के ऊपर तेज हवा (50-60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की गति) चलने की संभावना है। ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों के साथ-साथ उत्तरी अरब सागर और गुजरात तट के साथ और बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर भी तेज हवा (हवा की गति 45- 55 किमी प्रति घंटे तक) चलने की संभावना है। मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे समुद्र तट की तरफ ना जाएं।
26 अगस्त (दिन 2):
ओडिशा में अलग-थलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है; हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। झारखंड और जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, बिहार, पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम, असम और मेघालय, तेलंगाना और तमिलनाडु, पुदुचेरी एवं कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
जम्मू- कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गरजने के साथ-साथ तेज आंधी-तूफान आने की संभावना है। बिहार, झारखंड, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी एवं कराईकल, केरल और माहे में अलग-अलग स्थानों पर हल्की गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
पश्चिमोत्तर अरब सागर से सटे इलाकों और पश्चिम तरफ तेज हवा (दक्षिण-पश्चिम में 50-60 किमी प्रति घंटे की गति) चल सकती है; ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों के साथ बंगाल की उत्तरी खाड़ी में भी तेज हवा (हवा की गति 45- 55 किमी प्रति घंटे तक) चल सकती है। मछुआरों को इन क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी जाती है।
27 अगस्त (दिन 3):
उत्तरी छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर अधिक से अधिक भारी बारिश होने की संभावना है; उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। जम्मू -कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिम राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, झारखंड, ओडिशा और गुजरात क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
जम्मू – कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गरजने के साथ-साथ तेज आंधी-तूफान आने की संभावना है। तटीय आंध्र प्रदेश और यनम एवं तमिलनाडु, पुदुचेरी तथा कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर हल्की गरज के साथ साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
दक्षिण पश्चिम से सटे और पश्चिम मध्य अरब सागर के ऊपर बहुत तेज़ हवा (50-60 किमी प्रति घंटे तक पहुँचने की गति); ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों के साथ बंगाल की उत्तरी खाड़ी में तेज गति (हवा की गति 45- 55 किमी प्रति घंटे तक) से हवा चल सकती है।
28 अगस्त (दिन 4):
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात क्षेत्र और मध्य प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, राजस्थान, विदर्भ, छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
राजस्थान और तमिलनाडु, पुदुचेरी तथा कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर हल्की गरज के साथ हल्की बारिश की बौछारें पड़ सकती हैं।
दक्षिण पश्चिम और इससे सटे पश्चिम मध्य अरब सागर के ऊपर तेज हवा (50-60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना) चलने की संभावना है। मछुआरों को इन क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी जाती है।
29 अगस्त (दिन 5):
पूर्वी राजस्थान और गुजरात क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, सौराष्ट्र और कच्छ, कोंकण एवं गोवा तथा तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
राजस्थान और तमिलनाडु, पुदुचेरी तथा कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर बिजली कड़कने के साथ हल्की बारिश की बौछारें पड़ सकती हैं।
दक्षिण पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य अरब सागर में तेज हवा (गति 50-60 किमी प्रति घंटे तक) चलने की संभावना है। मछुआरों को इन क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी जाती है।