आजादी हमारी सामूहिक धरोहर है : हरीश रावत

देहरादून, 20 अगस्त (जस)। “स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों की शहादत को व्यर्थ नही जाने दिया जायेगा। उनके सपनों को साकार करने के लिये हमें एकजुट होकर कार्य करना होगा।” उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देघाट में शहीद दिवस कार्यक्रम के अवसर पर शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित करते हुए उक्त बात कही। रावत ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हीरामणी एवं हरिकृष्ण उप्रेती जिन्होंने 1942 में भारत छोड़ों आन्दोलन में अग्रणी भूमिका निभाई थी, को नमन करते हुये कहा कि उनके सपनों को साकार करने के साथ ही हम देश की आजादी को अक्षुण बनाये रखना है। आजादी हमारी सामुहिक धरोहर है।

रावत ने इस अवसर पर 1004.89 लाख की योजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं को समय से पूर्ण करने के साथ ही गुणवत्ता का ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि अक्टूबर तक 30 हजार से अधिक बेरोजगारों को रोजगार दिलाये जाने का हमारा लक्ष्य है। प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय अब 1 लाख 74 हजार हो गई है, जो वर्ष 2014 में 84 हजार थी यह प्रदेश के लिये गौरव की बात है आज समाज कल्याण की पेंशन लेने वालों की संख्या 7 लाख से ऊपर हो चुकी है।

मुख्यमंत्री ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिये आगे आने की अपील की और प्रसन्नता भी व्यक्त की कि महिलायें आगे बढ़कर इन्दिरा अम्मा कैंन्टीन, परम्परागत खाद्य पदार्थों का विपणन एवं हथकरघा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जो सहायता समूह सक्रिय है, जिलाधिकारी उनके खाते में 5000 हजार रूपये जमा करेंगे और 25000 हजार रूपये बाद में जो अच्छा कार्य करेंगे उन्हें दिया जायेगा जो सामूहिक खेती सहित अन्य कार्य कलस्टर बनाकर करेंगे उन्हें 1 लाख रूपये दिया जायेगा साथ ही 5 प्रतिशत बोनस भी दिया जायेगा।

रावत ने कहा कि मनरेगा एवं दुग्ध व्यवसाय के अन्तर्गत काम कर रही महिलाओं को विशेष प्रोत्साहन दिया जायेगा। विद्यालयों में बच्चों की पढाई को ध्यान में रखते हुये सभी विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती को प्राथमिकता दी जायेगी। अन्न सुरक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत एपीएल कार्ड धारकों को भी इस योजना से जोडा गया है।