लंदन, 5 जुलाई | इंग्लैंड के सीमित ओवरों के कप्तान इयोन मोर्गन का मानना है कि ढाका में हुए आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा कारणों को लेकर टीम का बांग्लादेश का दौरा संकट में पड़ सकता है। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने इससे पहले कहा था कि वह इस हमले के बाद दौरे को लेकर सरकार के आदेश का इंतजार करेंगे।
ढाका में शुक्रवार रात गुलशान में होले आर्टिसन बेकरी में आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। वहां कई विदेशी लोग उस दौरान मौजूद थे।
ईसीबी, परिषद और सुरक्षा निर्देशक रेग डिक्सन के फैसले का इंतजार कर रही है कि दौरा तयशुदा कार्यक्रम के तहत ही किया जाए या नहीं। इंग्लैंड को 30 सितंबर को ढाका पहुंचना था।
वेबसाइट बीडीन्यूज ने मंगलवार को मोर्गन के हवाले से लिखा, “यह बड़ी चिंता की बात है। हम हमेशा बड़ा फैसला ईसीबी पर छोड़ देते हैं।”
उन्होंने इसके बारे में लिखा है और कुछ लोगों को वहां हालात का जायजा लेने को भेजा है इसके बाद वह खिलाड़ियों के पास आएंगे यह देखने की वह कितने खुश और कितने नाखुश हैं।”
यह आतंकवादी हमला बाद में बंधक संकट में बदल गया था, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में एक भारतीय, नौ लोग इटली और सात जापान के लोग थे।
2008 में इंग्लैंड टीम भारत के दौरे पर थी, लेकिन मुंबई में उस दौरान हुए 26/11 हमले के बाद टीम ने दौरा बीच में ही छोड़ दिया था और स्वदेश वापस लौट गई थी।
मोर्गन का मानना है कि अगर श्रृंखला किसी तटस्थ स्थान पर आयोजित की जाएगी तो अच्छा होगा।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के अध्यक्ष नजमुल हुसैन को उम्मीद है कि श्रृंखला तय समय पर होगी। उन्होंने फ्रांस में चल रहे यूरो चैम्पियनशिप से उम्मीद जताई जहां सात महीने पहले आतंकवादी हमला हुआ था।
उन्होंने रविवार को कहा, “क्रिकेट आतंकवाद से बच जाए इसका कोई रास्ता नहीं है। इंग्लैंड की प्रतिक्रिया स्वाभाविक है। अगर मैं उनकी जगह होता तो मैं भी यही करता।”
उन्होंने कहा, “हालांकि, पेरिस में हमला हुआ, लेकिन खेल नहीं रोका गया। मेरा मानना है कि खेल को अपनी रफ्तार से चलना चाहिए।” –आईएएनएस
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