नई दिल्ली, 22 जुलाई | आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद भगवंत मान के वीडियो क्लिप को लेकर शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में खूब हंगामा हुआ, जो उन्होंने गुरुवार को अपने आवास से संसद भवन जाते वक्त मोबाइल फोन से बनाया। इस मुद्दे पर भारी शोरगुल के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हुई और लोकसभा की कार्यवाही दोपहर बाद ही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। मान ने यह वीडियो गुरुवार को अपने आवास से संसद भवन जाते वक्त कई सुरक्षा चौकियों से गुजरते हुए बनाया था और इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया था। इसे संसद की सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक मानते हुए उनकी चौतरफा आलोचना हो रही है। सांसदों ने आप नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है।
संसद फोटो: आईएएनएस।
लोकसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, किरीट सोमैया, आर. के. सिंह और अकाली दल के सदस्यों सहित कई अन्य ने इस मुद्दे को उठाया और मान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
भारी शोरगुल के बीच लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें मान के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के नोटिस भी मिले हैं। कुछ सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाने के लिए सदन में अन्य कामकाज रोकने का अनुरोध भी किया है।
महाजन ने कहा कि किरीट सोमैया, महेश गिरी, उदित राज (सभी भाजपा सदस्य) और प्रेम सिंह चंदुमाजरा (अकाली दल) ने मान के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है, जबकि बीजू जनता दल (बीजद) के नेता बी. माहताब ने आप सदस्य के खिलाफ शिकायत की है।
चंद्रकांत खेड़े (शिवसेना) सहित अन्य सदस्यों ने इस मुद्दे पर सदन में अपनी बात रखने के लिए समय मांगा है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है। संसद पर 2001 में हमला हो चुका है, जिसमें 13 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई। उन्होंने कहा, “इस मामले में कार्रवाई किए जाने की जरूरत है। मैं इस मामले को देखूंगी।”
हालांकि सदस्य इससे शांत नहीं हुए और उन्होंने आप सांसद के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
भाजपा के आर.के. सिंह ने आप सांसद को तुरंत निलंबित किए जाने की मांग की।
सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा, “ऐसे कारनामों की निंदा और इसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।”
इस मुद्दे पर राज्यसभा में भी खूब हंगामा हुआ, जिसके कारण उच्च सदन की कार्यवाही भी बाधित हुई। राज्यसभा में यह मुद्दा कांग्रेस के आनंद शर्मा और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सीताराम येचुरी सहित अन्य ने उठाया। उन्होंने कहा कि यह संसद सदस्यों की सुरक्षा के उल्लंघन एवं विशेषाधिकार के हनन का मुद्दा है।
केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इसे गंभीर मुद्दा करार दिया।
उपसभापति पी.जे. कुरियन ने भी इसे गंभीर मुद्दा करार दिया।
इससे पहले संसद के बाहर नकवी ने संवाददाताओं से कहा था कि ऐसे में जबकि आतंकवादी हमले की ताक में रहते हैं, इस तरह का वीडियो फुटेज जारी होना संसद के नियमों के खिलाफ है। यह गलत है।
–आईएएनएस
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