आयकर विभाग ने कोलकाता के तीन बड़े रियल एस्टेट और स्टॉक ब्रोकिंग समूहों के खिलाफ तलाशी कार्रवाई के तहत 3.02 करोड़ रुपये की अघोषित नकदी और करीब 72 लाख रुपये की ज्वेलरी को ज़ब्त किया है।
जाँच में अब तक कुल 365 करोड़ रुपये की आय का पता चला है, जिसे सरकारी एजेंसियों से छुपाया गया।
आयकर विभाग की जाँच में तीनों समूहों ने 111 करोड़ रुपये की अघोषित आय की बात को स्वीकार लिया है।
आयकर विभाग ने मंगलवार 05 जनवरी 2021 को कोलकाता के तीन बड़े रियल एस्टेट और स्टॉक ब्रोकिंग समूहों के खिलाफ तलाशी और सामान ज़ब्त करने की कार्रवाई की।
विभागीय डाटाबेस में उपलब्ध आंकड़ों, इनके वित्तीय विवरणों के विश्लेषण, बाज़ार से प्राप्त खुफिया जानकारी और ज़मीनी स्तर पर की गई पूछताछ के आधार पर इन तीनों समूहों के ख़िलाफ ये तलाशी अभियान चलाया गया।
तलाशी अभियान में कुछ ऐसे ठोस और कंपनियों के खिलाफ शिकंजा कसने वाले सबूत मिले हैं, जिनसे ये खुलासा होता है कि नकली शेयर पूँजी/असुरक्षित ऋण इकट्ठा करने के लिए ये समूह अलग-अलग फ़र्जी कंपनियों का इस्तेमाल कर रहे थे।
ऐसे नकद लेनदेन के सबूत भी मिले हैं, जिनकी जानकारी खातों में नहीं है। साथ ही, फ्लैट की बिक्री के नाम पर एक बड़ी धनराशि का भी पता चला है, जिसका खातों में कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है।
तलाशी कार्यवाही के दौरान जो पूछताछ की गई, उससे यह साबित हो गया है कि तीनों समूहों के लोगों ने अपने बेहिसाब धन का दुरुपयोग करने और उसे सरकारी एजेंसियों से छुपाने के लिए केवल कागज़ों पर मौजूद फ़र्जी कंपनियों का इस्तेमाल किया।
आगे की जाँच और कार्रवाई अभी जारी है।