नई दिल्ली, 15 दिसम्बर | केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का ध्यान अब 500 रुपये के नोटों की छपाई पर है, जिससे अगले 2-3 सप्ताह में बाजार में नकदी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगी। आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हालात में निश्चित तौैर पर सुधार हुआ है। मुझे उम्मीद है कि 2-3 सप्ताह में हालात में और सुधार होगा, क्योंकि अब 500 रुपये के नोटों की छपाई पर ही ध्यान केंद्रित किया गया है।”
दास ने कहा कि पहले 2,000 रुपये के नोटों की छपाई पर जोर दिया गया था, ताकि 500 रुपये तथा 1,000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण से अर्थव्यवस्था में आई मांग व आपूर्ति के बीच की खाई को जल्द से जल्द पाटा जा सके।
उन्होंने कहा, “ज्यादा से ज्यादा 500 रुपये के नोटों की छपाई पर जोर दिया जा रहा है, क्योंकि 2,000 रुपये के नोटों का भंडारण पर्याप्त हो चुका है। 500 रुपये के नोटों की छपाई में तेजी लाई गई है, ताकि 2,000 रुपये के नोटों का चलन बढ़ सके।”
उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में पर्याप्त मात्रा में नकदी उपलब्ध कराने तथा किसानों को फसल ऋण देने के लिए सहकारी बैंकों को पर्याप्त मात्रा में धन मुहैया कराया गया है। सरकार आरबीआई तथा राष्ट्रीय कृषि ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के संपर्क में है, ताकि जिला सहकारी बैंकों के पास पर्याप्त मात्रा में धन सुनिश्चित हो।
दास ने कहा, “उन ग्रामीण इलाकों की पहचान कर रहे हैं, जहां पर्याप्त मात्रा में नकदी नहीं होने की खबर मिल रही है। ग्रामीण इलाकों में ज्यादा से ज्यादा नकदी मुहैया कराने पर जोर है।”
एटीएम मशीनों में पर्याप्त मात्रा में नकदी न होने पर सचिव ने कहा कि कुल 2.20 लाख एटीएम में से दो लाख एटीएम में नए नोटों के समायोजन के लिए बदलाव कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि कई बार बैंकों की शाखाएं पैसों को एटीएम में रखने के बजाय अपने ग्राहकों को काउंटर के माध्यम से देती हैं, जिसके कारण एटीएम में नकदी नहीं मिल पाती।
दास ने कहा, “दो लाख से अधिक एटीएम में बदलाव कर लिया गया है। अधिकांश एटीएम काम कर रहे हैं। केवल 13 फीसदी एटीएम के काम करने की बात सही नहीं है। बैंको को एटीएम में भी पैसे रखने की सलाह दी गई है।”
उन्होंने कहा कि भारी मात्रा में जब्त किए गए नोटों को भी चलन में लाया जाएगा। हम जल्द से जल्द ऐसे नोटों को चलन में लाएंगे।
नए नोटों की डिजाइनिंग और सुरक्षा विशेषताओं पर दास ने कहा कि 500 रुपये तथा 2,000 रुपये के नोटों की डिजाइन देश में ही तैयार की गई है, जिससे उनकी नकल उतारने का खतरा कम है।
उन्होंने कहा, “ऐसा पहली बार हुआ है कि नोटों की डिजाइन भारत में ही तैयार की गई है। इससे पहले 500 रुपये के नोटों की डिजाइन देश से बाहर तैयार की गई थी। 500 रुपये तथा 2,000 रुपये के नोटों की डिजाइन को देश में ही तैयार किया गया है। इसलिए वह पहले से अधिक सुरक्षित है और उनकी नकल होने का खतरा बेहद कम है।”
–आईएएनएस
Follow @JansamacharNews