इंजीनियर की हत्या हो रही है और नीतीश तितली पालन की योजना बना रहे हैं–जीतन मांझी

पटना, 07 जनवरी (हि.स.)। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘हम’ पार्टी के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार पर हाल की आपराधिक वारदात को लेकर जोरदार प्रहार किया है।

आज यहां प्रेसवार्ता में जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में इंजीनियर की हत्या हो रही थी और नीतीश जी राजगीर में तितली पालन की योजना बना रहे थे। अन्नु शुम्ला, रेनू कुशवाहा और ललन सिंह पर कोई कार्रवाई नहीं हुई पर महाचंद्र प्रसाद सिंह, नरेंद्र सिंह और सम्राट चौधरी के विधान पार्षद की सदस्यता समाप्त कर दी गयी । ये भेदभाव है। ये निष्पक्ष नहीं है। ताज किसी का राज किसी का ।

मांझी ने कहा कि ताज नीतीश का है पर आईजीआईएमएस जाकर लालू ने बता दिया कि राज किसका है । ऐसे में नीतीश क्यों बदनाम हो रहे है,  उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए । ये उनको मेरी सलाह है । नीतीश कुमार ने मुझे बिहार का मुख्यमंत्री बनने का स्टेटस दिया इसलिए उनको यह मेरी सलाह है । जिस प्रकार ग्रमीण क्षेत्रों में इंदिरा आवास दिया जाता है, उसी तरह शहरी गरीब को भी आवास दिया जाय । हमने सीएम रहते ये निर्णय लिया था । पर आज जाड़े के दिन में उनके घरों पर बुल्डोजर चला दिया जा रहा है । जो ऐसा काम किये उनपर कार्रवाई होनी चाहिए।

हम’  बिहार में एक जन आंदोलन चलाएंगे । हम आरक्षित वर्ग के लोगों के साथ आबादी के अनुपात में आरक्षण की लड़ाई लड़ेंगे । अनुसूचित जाति को आरक्षण का लाभ आठ प्रतिशत से ज्यादा नहीं मिल रहा है । अनुसूचित जाति का बैकलॉग भी भरने की मांग करेंगे । सफाई कर्मी के आयोग का गठन होना चाहिए । आंबेडकर शोध संस्थान का हमने गठन किया था, इसे भी ठंढे बस्ते में डाल दिया गया ।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दशरथ मांझी श्रम शोध संस्थान को भी आगे नहीं बढ़ाया जा रहा है । पुलिस भी लोगों का सहयोग नहीं कर रही है। बिहार में कई विभागों के करोड़ो रूपये खर्च नहीं हुए । अब वित्तीय वर्ष समाप्त होने में कम समय बचा । इसलिए खर्च करने के बजाय, लूट की तैयारी चल रही है । इन पैसों को जनहित में खर्च किया जाय । मार्च लूट की साजिश चल रही है ।

माझी ने इस लूट को रोकने के लिए पीएम से हस्तक्षेप करने की मांग की । बिहार में काम करने का वातावरण नहीं रह गया है । अनुबंध, व्यापार, जॉब आदि क्षेत्रों में हर कोई भयभीत हैं । बिहार के 35 आईएएसS बिहार छोड़ कर जाना चाहते हैं । 12 जनवरी को पूरे बिहार में, हर जिले के मुख्यालय में हम इस सबके विरोध आन्दोलन करेंगे ।

किसानों के मुद्दे को लेकर करेंगे आंदोलन । अगर किसान के मुद्दे पर नीतीश सकारात्मक कदम उठाते हैं, तो हम उनको धन्यवाद देंगे । फरवरी में सभी वर्गों के मुद्दे पर गांधी मैदान से राजपाल भवन मार्च करेंगे। महागठबंधन के खिलाफ हमलोग गोलबंद होने का प्रयास करेंगे । जिसमे बहन मायावती जी को आने को कहेंगे । वो दलितों की मसीहा हैं। मायावती को भी इस बात से जरूर तकलीफ पहुंचेगी कि एक दलित सीएम को हटा दिया गया। या तो वो राजग में आये या हमें इन्वाइट करें। हम उनको पूरा समर्थन करेंगे ।