नई दिल्ली, 2 जून | कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि मशहूर अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह के गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) लॉयर्स कलेक्टिव के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई लोगों के हितों का समर्थन करने वालों के प्रति सरकार के ‘असहिष्णु’ रवैये को दर्शाती है। दिग्विजय ने ट्विटर पोस्ट में लिखा, “वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह को जन मुद्दे को बेखौफ तरीके से उठाने के लिए निशाना बनाया जा रहा है। मोदी सरकार की असहिष्णुता।”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “अधिवक्ताओं क्या आप थोड़ी हिम्मत दिखाओगे और उनके लिए आवाज उठाओगे? अगली बारी आपकी हो सकती है।”
उल्लेखनीय है कि गृह मंत्रालय ने मंगलवार को इंदिरा के लॉयर्स कलेक्टिव के खिलाफ कार्रवाई करते हुए फॉरेन कॉन्ट्रीब्यूशन रेग्यूलेशन एक्ट (एफसीआरए) के कथित उल्लंघन को लेकर छह माह के लिए इसका लाइसेंस निलंबित कर दिया।
पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल इंदिरा एनजीओ की संस्थापक-सचिव व उनके पति आनंद ग्रोवर इसके अध्यक्ष हैं।
इंदिरा ने बुधवार को सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर पर लिखा, “एफसीआरए के कथित उल्लंघन के बहाने सरकार द्वारा किए गए हमले की निंदा करती हूं, जो राणा अयूब की किताब के विमोचन कार्यक्रम में मेरे अपनी बातें रखने के कुछ दिनों बाद हुआ।”
वह पत्रकार राणा अयूब की लिखी किताब ‘गुजरात फाइल्स : द अनैटमी ऑफ अ कवर अप’ के विमोचन का जिक्र कर रही थीं, जो 2002 के गुजरात दंगों के बारे में है। –आईएएनएस
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