इंदौर टेस्ट, 11 अक्टूबर | रविचंद्रन अश्विन की शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए तीसरे एवं श्रृंखला के आखिरी टेस्ट मैच के चौथे दिन मंगलवार को न्यूजीलैंड को 321 रनों के विशाल अंतर से हरा दिया। इसी के साथ भारत ने तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में किवी टीम का 3-0 से सुपड़ा साफ कर दिया।
भारत ने किवी टीम को चौथी पारी में 475 रनों का लक्ष्य दिया था। लेकिन किवी टीम इस विशाल स्कोर के सामने महज 44.5 ओवरों में 153 रनों पर ही ढेर हो गई।
यह भारत द्वारा टेस्ट में दिया गया पांचवां सर्वोच्च लक्ष्य था और रनों के लिहाज से हासिल दूसरी सबसे बड़ी जीत।
फोटो : सुरजीत यादव/आईएएनएस
अश्विन ने इस मैच में कुल 13 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने पहली पारी में छह और दूसरी पारी में सात विकेट चटकाए। टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले अश्विन को मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। बीती 14 श्रृंखलाओं में सातवीं बार अश्विन मैन ऑफ द सीरीज चुने गए।
दिन का दूसरा सत्र समाप्त होने से ठीक पहले दूसरी पारी खेलने उतरी न्यूजीलैंड टीम से उम्मीद थी कि वह इस मैच को ड्रॉ कराने की कोशिश करेगी, लेकिन अश्विन ने उन्हें अपनी फिरकी में ऐसा फंसाया कि मैच पांचवें दिन तक भी नहीं गया।
उमेश यादव ने पहली पारी में अर्धशतक लगाने वाले टॉम लाथम (6) को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद कप्तान केन विलियमसन (27) और पहली पारी में किवी टीम के लिए सर्वोच्च स्कोर बनाने वाले मार्टिन गुप्टिल (29) ने टीम को संभालने की कोशिश की और स्कोर 42 रनों तक पहुंचाया।
लेकिन विलियमसन एक बार फिर अश्विन का शिकार हुए। इस श्रृंखला में अश्विन ने चार बार विलियमसन को पवेलियन की राह दिखाई। गुप्टिल ने रॉस टेलर (32) के साथ मैच बचाने का संघर्ष जारी रखते हुए स्कोर 80 तक पहुंचा दिया। लेकिन अश्विन ने टेलर को बोल्ड कर किवी टीम की परेशानियों को बढ़ा दिया।
टेलर के बाद अश्विन ने ल्यूक रोंची को पवेलियन भेजा। रवींद्र जडेजा ने जिमी नीशम को विराट कोहली के हाथों कैच करा दूसरी पारी में अपना खाता खोला।
दूसरे छोर पर संघर्ष कर रहे गुप्टिल भी जल्द ही जडेजा की गेंद पर पगबाधा हो लौट गए। गुप्टिल जब आउट हुए तब किवी टीम का स्कोर 112 रनों पर छह विकेट था। इसके बाद किवी बल्लेबाजों को पवेलियन की रहा दिखाने का जिम्मा अकेले अश्विन ने अपने हाथों में ले लिया।
उन्होंने 136 के कुल योग पर मिशेल सेंटनर (14) को बोल्ड किया। जीतन पटेल अभी खाता भी नहीं खोल पाए कि अश्विन की गेंद पर गच्छा खा गए और बोल्ड हो पवेलियन लौटे। मैट हेनरी भी शून्य के निजी योग पर मोहम्मद समी के हाथों कैच हुए।
अब जीत भारत से सिर्फ एक विकेट दूर रह गई थी, लेकिन बीजे वॉटलिंग (नाबाद 23) और ट्रेंट बाउल्ट (4) ने भारतीय गेंदबाजों के सब्र का इम्तिहान लिया और आखिरी विकेट के लिए कुछ देर तक परेशान किया।
कोहली ने यादव और जडेजा को गेंद थमाई लेकिन दोनों अंतिम विकेट लेने में नाकाम रहे। दिन का खेल खत्म होने में कुछ ही समय बाकी था कि कोहली ने अश्विन को वापस बुलाया। अश्विन ने भी कप्तान को निराश नहीं किया और बाउल्ट को पुजारा के हाथों कैच करा किवी टीम के ताबूत में आखिरी कील ठोकी।
इससे पहले, भारत ने अपनी दूसरी पारी भोजनकाल के बाद तीन विकेट के नुकसान पर 216 रनों पर घोषित कर मेहमानों के सामने विशाल चुनौती रखी। भारत के लिए दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा ने नाबाद 101 रन बनाए। पुजारा ने अपनी पारी में 148 गेंदों में नौ चौके लगाए। कप्तान विराट कोहली ने पुजारा का शतक पूरा होने के तुरंत बाद पारी समाप्त करने की घोषणा की।
भारत ने दिन के पहले सत्र में मुरली विजय (19) और गौतम गंभीर (50) के रूप में दो विकेट गंवाए, जबकि कोहली (17) का विकेट दूसरे सत्र में गिरा।
दिन के आठवें ओवर में मुरली के रन आउट होने के बाद सोमवार को रिटायर्ड हर्ट हो पवेलियन लौटे गंभीर ने मैदान पर दोबारा वापसी की। गंभीर ने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी निभाई।
लंबे अंतराल के बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी करते हुए गंभीर ने 54 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और अपनी पारी में 56 गेंदें खेलते हुए छह चौके लगाए।
भारत ने कोहली (211) और अजिंक्य रहाणे (188) की मदद से पांच विकेट पर 557 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित कर दी थी, जिसके जवाब में किवी टीम अपनी पहली पारी में महज 299 रन बना सकी थी । –आईएएनएस
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