लखनऊ, 4 जून। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट इटावा लायन सफारी में पिछले दो वर्षो के दौरान हुई नौ शेरों की मौत कोई सामान्य घटना नहीं है। भाजपा ने कहा कि एक ओर जहां पूरे देश में शेरों की संख्या बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम चल रहे हैं, वहीं महज उप्र की सपा सरकार के हठधर्मितापूर्ण रवैए से एक-एक कर शेरों की मौत हो रही है।
यहां पार्टी मुख्यालय में प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने कहा, “सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को खुश करने के लिए राज्य सरकार इटावा में लायन सफारी का निर्माण करने में तो जुट गई लेकिन विशेषज्ञों से इस बात का कोई सर्वे नहीं कराया कि इटावा-ग्वालियर बाइपास के किनारे फैला बीहड़ शेरों के रहने लायक है या नहीं। यही वजह है कि 350 एकड़ में फैले इटावा लायन सफारी में आते ही शेर बीमार पड़ रहे हैं और उनकी मौत हो रही है।”
फोटो साभार: वन एवं वन्य जीव विभाग, उत्तर प्रदेश
चंद्रमोहन ने कहा, “सफारी के भीतर बने अस्पताल में शेरों के इलाज के लिए जरूरी सुविधाएं ही नही हैं। दिखावे के नाम पर पिछले वर्ष शेरों की मौत होने पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बड़े पैमाने पर सफारी प्रशासन और वन्य जीव विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई की थी।”
चंद्रमोहन ने कहा, “पिछले महीने इटावा लायन सफारी में बरेली पशु अनुसंधान केंद्र से आए विशेषज्ञों के एक दल ने यहां के शेरों के ‘कैनाइन डिस्टेंपर’ नामक बीमारी से पीड़ित होने की बात कही थी, बावजूद इसके सरकार ने इनके लिए के लिए समय रहते कोई उल्लेखनीय प्रयास नहीं किया। इसी का खमियाजा कुबेर नाम के शेर की मौत के रूप में उठना पड़ा है।”
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जवाब दें कि आखिर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाने के बाद भी इटावा लायन सफारी में शेरों की मौतें क्यों नहीं थम रहीं।
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