रायपुर, 05 अक्टूबर। ‘इमली चस्का टेस्ट ऑफ सुकमा‘ ब्राण्ड नेम से तैयार गुणवत्तापूर्ण उत्पाद की देश-विदेश के लोग ऑनलाईन खरीदी कर इसका स्वाद ले सकेंगे।
छत्तीसगढ़ में इमली चस्का ’टेस्ट ऑफ सुकमा’ उत्पाद का निर्माण अरण्य प्रस्संकरण सहकारी समिति मर्यादित सुकमा द्वारा किया जाता हैै। इस समिति में जिले की 21 महिला सदस्य शामिल है।
जनजातीय उद्यमों के उत्पाद व हस्तशिल्प के उत्पादों को बेहतर बाजार सुनिश्चित कराने के लिए ट्राईफेड ने ’ट्राइब्स इंडिया ई-मार्केट प्लेस’ ऑनलाइन प्लेटफार्म लांच किया है।
इमली चस्का के अलावा मार्केट प्लेस ट्राइब्स इंडिया में छत्तीसगढ़ के जनजातियों द्वारा बनाये गए आकर्षक हस्तशिल्प और सजावटी सामानों को भी शामिल किया जायेगा। इसमें सुकमा की इमली से बनी इमली चस्का के अलावा हल्दी पावडर जैसे मसाले भी शामिल किये जायेंगे।
गौरतलब है कि ट्राइब्स इंडिया ई-मार्केट प्लेस एक ऐसी महत्वाकांक्षी पहल है, जिसके माध्यम से ट्राइफेड का लक्ष्य देश भर में विभिन्न हस्तशिल्प, हाथकरघा और प्राकृतिक खाद्य उत्पादों की खरीदी करना है ताकि आम जनता तक सर्वोत्तम जनजातीय उत्पादों को पहुंचाया जा सके।
यह मंच जनजातीय आपूर्तिकर्ताओं को ई-मार्केट प्लेस में अपना सामान बेचने के लिए बहुव्यापी चैनल की सुविधा प्रदान करता है। छत्तीसगढ़ के इमली चस्का ‘टेस्ट ऑफ सुकमा‘ को शामिल किया गया है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा आपस में मिलकर अरण्य प्रसंकरण सहकारी समिति का गठन किया गया है। समिति के प्रबंधक ने बताया गया कि इमली शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में खरीदी जाती है।
मांग के अनुसार 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और पाउच में इमली चस्का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा ट्राइफेड ने दो हजार पैक इमली चस्का का आर्डर दिया है, साथ ही हल्दी पावडर के आर्डर के लिए भी सहमति दी है। इमली चस्का टेस्ट ऑफ सुकमा प्रोडक्ट शबरी मार्ट सुकमा में भी उपलब्ध है।
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