भोपाल, 18 जुलाई (जनसमा)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को यहाँ राज्य-स्तरीय स्व-रोजगार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजनाओं और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में इस वर्ष पांच लाख युवाओं को ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। हर जिले में युवा उद्यमियों के उद्योगों के लिये भूमि चिन्हित की जायेगी।
फोटो : शिवराज सिंह चौहान ने 17 जुलाई, 2016 को राज्य-स्तरीय स्व-रोजगार सम्मेलन में सफल उद्यमियों के उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
शिवराज ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना और केंद्र की स्टार्टअप योजना को मिला कर इस वर्ष 10,000 युवा को उद्योग लगाने के लिये एक करोड़ रुपये तक ऋण उपलब्ध करवाया जायेगा। मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना में ऋण राशि 20 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये की जायेगी। मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में भी ऋण की सीमा अब 50 हजार रुपये से 10 लाख रुपये तक की जायेगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना के हितग्राही को गारंटी कार्ड उपलब्ध करवाया जायेगा। स्वंय की भूमि पर उद्योग स्थापित करने वाले युवा उद्यमियों के लिये डायवर्सन प्रक्रिया को सरल बनाया जायेगा। प्रदेश की हर पंचायत में कम से कम एक लघु उद्योग स्थापित किया जायेगा। युवा उद्यमियों के लिये प्रशिक्षण और विपणन की सुविधाएँ उपलब्ध करवायी जायेगी। प्रदेश में लघु और कुटीर उद्योगों का जाल बिछाकर बेरोजगारी को समाप्त किया जायेगा।
शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं से आव्हान किया कि वे रोजगार माँगने वाले नहीं रोजगार देने वाले बनें। उन्होंने कहा कि जो उद्यम करता है वही सफलता प्राप्त करता है। प्रदेश में पिछले वर्ष 71 हजार युवा को ऋण उपलब्ध करवाया गया है। जिन्होंने अपने छोटे उद्योगों में अनेक लोगों को रोजगार दिया है। उन्होंने कहा कि युवा अपने सपनों को साकार करें और देश तथा प्रदेश की सफलता में सहयोग करें। जूनून, जिद और ज़ज्बे से अपने सपने को पूरा करें उनकी राह में आने वाली बाधाओं को दूर किया जायेगा।
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