ई-खानपान सेवाओं को 408 स्टेशनों तक बढ़ाया जाएगा

नई दिल्ली, 25 फरवरी (जनसमा)। रेल मंत्री  सुरेश प्रभाकर प्रभु ने आज संसद में वर्ष 2016-17 का रेल बजट प्रस्तु्त करते हुए कहा कि आईआरसीटीसी खानपान सेवाओं को चरणबद्ध आधार पर शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि आईआरसीटीसी भोजन तैयार करने और भोजन वितरित करने में खानपान सेवाओं में सुधार करेगी।

उन्होंने कहा कि भारतीय रेल, गाड़ि‍यों में वैकल्पिक खानपान सेवाएं शुरू करने के लिए संभावनाओं का पता लगाएगी। उन्होंकने यह भी कहा कि यात्रियों के लिए स्थाैनीय व्यंनजन भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

सुरेश प्रभाकर प्रभु ने कहा कि ई-खानपान सेवाएं ए-1 श्रेणी और ए श्रेणी के 408 स्टेशनों तक बढ़ाई जाएगी। उन्होंंने कहा कि गाड़ि‍यों में ताजा और स्वच्छय भोजन सुनिश्चित करने के लिए आईआरसीटीसी द्वारा परिचालित, मशीनीकृत और उन्नात 10 अन्य बेस किचन स्था पित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी स्टेिशनों पर मौजूदा एकल उद्देश्यन स्टॉिलों के स्थाेन पर बहु-उद्देशीय स्टालों की नई नीति शुरू की जाएगी।

रेल मंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, महिला और दिव्यांग के लिए खानपान इकाइयों में आरक्षण लागू करने का प्रस्ता्व किया गया है। स्थानीय स्वामित्वल और सशक्तिकरण के लिए प्रभु ने स्टेशनों पर जिला निवासियों को वाणिज्यिक लाइसेंस देने में प्राथमिकता देने की प्रक्रिया शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय रेल ग्राहकों को कुल्हड़ में चाय देने के विकल्पन की व्यवहार्यता का पता लगा रही है।