नई दिल्ली, 12 अप्रैल (जनसमा)। केंद्र सरकार द्वारा मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार मार्च 2016 में ई-पर्यटक वीजा पर कुल 1 लाख 15 हजार 677 विदेशी सैलानी भारत आए, जबकि मार्च 2015 में सिर्फ 25 हजार 851 पर्यटक ही आए थे। इस तरह मार्च 2016 में ई-पर्यटक वीजा पर आए पर्यटकों की संख्या में मार्च, 2015 की तुलना में 347.5 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि दर्ज की गई है।
फोटोः 19 फरवरी, 2016 को जोधपुर में लोकानुरंजन मेले में लोक कलाकारों के साथ सेल्फी लेती एक विदेशी पर्यटक। (आईएएनएस)
गौरतलब है कि 27 नवंबर, 2014 से शुरू हुई ई-पर्यटक वीजा सुविधा 25 फरवरी, 2016 तक भारत में 16 हवाई अड्डों पर 113 देशों के नागरिकों के लिए उपलब्ध थी। भारत सरकार ने 26 फरवरी, 2016 से इस योजना का विस्तार करते हुए इसके दायरे में 37 और देशों को शामिल कर दिया जिससे संबंधित देशों की संख्या बढ़कर 150 हो गई।
ई-वीजा प्राप्त करने के इच्छुक व्यक्ति को संबंधित वेबसाइट पर आवेदन के साथ ही आवश्यक फीस जमा करना होता है और उन्हें 96 घंटे के अंदर वीजा का इलेक्ट्रॉनिक संस्करण प्रदान कर दिया जाता है।
यह बढ़ोतरी 150 देशों के लिए ई-पर्यटक वीजा की पेशकश करने से ही संभव हुई है, जबकि पहले यह संख्या केवल 43 ही थी। मार्च, 2016 के दौरान ई-पर्यटक वीजा सुविधाओं का लाभ उठाने वाले शीर्ष 10 स्रोत देशों की हिस्सेदारी प्रतिशत में निम्नलिखित रही:
ब्रिटेन (27.74 प्रतिशत), संयुक्त राष्ट्र अमेरिका (13.41 प्रतिशत), रूस (7.04 प्रतिशत), फ्रांस (6.55 प्रतिशत), जर्मनी (5.18 प्रतिशत), चीन (4.49 प्रतिशत), कनाडा (3.89 प्रतिशत), ऑस्ट्रेलिया (3.79 प्रतिशत), स्पेन (1.99 प्रतिशत) और यूक्रेन (1.66 प्रतिशत)।
मार्च, 2016 के दौरान ई-पर्यटक वीजा पर आए पर्यटकों के मामले में शीर्ष 10 हवाई अड्डों की हिस्सेदारी प्रतिशत में निम्नलिखित रही:
नई दिल्ली हवाई अड्डा (46.76 प्रतिशत), मुंबई हवाई अड्डा (18.75 प्रतिशत), गोवा हवाई अड्डा (11.11 प्रतिशत), चेन्नई हवाई अड्डा (5.55 प्रतिशत), बेंगलुरू हवाई अड्डा (5.03 प्रतिशत), कोच्चि हवाई अड्डा (2.82 प्रतिशत), कोलकाता हवाई अड्डा (2.58 प्रतिशत), अमृतसर हवाई अड्डा (2.12 प्रतिशत), हैदराबाद हवाई अड्डा (2.07 प्रतिशत) और तिरुअनंतपुरम हवाई अड्डा (1.33 प्रतिशत)।
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