उज्जैन के नाग चंद्रेश्वर मंदिर के पट खुले, श्रद्घालुओं की भीड़ उमड़ी

उज्जैन, 7 अगस्त | मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में ऐतिहासिक मंदिर नाग चंद्रेश्वर के द्वार शनिवार रात खुल गए। इस मंदिर के साल में एक बार नागपंचमी के मौके पर द्वार खुलते हैं।

यहां देश भर के विभिन्न हिस्सों से श्रद्घालु दर्शन करने पहुंचे हैं।

महाकाल के मंदिर के शिखर पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के कपाट वर्ष में एक बार श्रावण मास की शुक्ल पंचमी को खुलते हैं। इस मंदिर के पट 24 घंटे के लिए खुलते हैं।

परंपरा के मुतािबक, महानिर्वाणी अखाड़े के महंत प्रकाश पुरी ने प्रशासनिक अमले की मौजूदगी में शनिवार रात को 12 बजे पूजा अर्चना की और मंदिर के पट आम श्रद्घालुओं के दर्शनों के लिए खोल दिए गए।

नाग चेद्रेश्वर मन्दिर टीवी फोटो

प्रकाशपुरी बताते हैं कि यह दुनिया का इकलौता ऐसा मंदिर है, जिसमें फन फैलाए नाग के आसन पर शिव-पार्वती विराजमान हैं जबकि अन्य स्थानों के मंदिर में फन पर विष्णु विराजमान हैं।

इस मंदिर के दर्शन करने के लिए देश भर से श्रद्घालु यहां पहुंचे है। शनिवार को दिन में ही यहां श्रद्घालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। शनिवार की रात को पट खुलते ही हर तरफ जय-जय भोले के जयकारे लगने लगे। मंदिर के पट रविवार रात को 12 बजे तक खुले रहेंगे।

मान्यता है कि नागचंद्रश्वर मंदिर में दर्शन करने से सर्पदोष से मुक्ति मिलती है। यही कारण है कि वर्ष में 24 घंटों के लिए खुलने वाले मंदिर के दर्शनों के लिए देश भर से श्रद्घालु यहां पहुंचते हैं।–आईएएनएस