उज्जैन में सिंहस्थ के दौरान होगा आई.टी. का उपयोग

भोपाल, 30 जनवरी। मध्यप्रदेश के उज्जैन में इस वर्ष अप्रैल-मई में होने वाले सिंहस्थ के दौरान श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधा मिल सके, इस उद्देश्य से सिंहस्थ मेला क्षेत्र में इन्फार्मेशन टेक्नालॉजी (आई.टी.) का उपयोग किया जायेगा। आई.टी. के जरिये उज्जैन आने वाले यात्रियों को उनके उपयोग की जानकारी सुविधाजनक तरीके से दिये जाने के प्रयास होंगे। उन्हें जानकारी के लिये अनावश्यक नहीं भटकना पड़ेगा।

  • सिंहस्थ मोबाइल एप श्रद्धालुओं के लिये मोबाइल एप सुविधा का कार्य करेगा। इस एप पर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र की प्रतिदिन, प्रति सप्ताह और पूरे माह की गतिविधियाँ दर्शायी जायेंगी। इस सुविधा से श्रद्धालु अपने मनचाहे स्थान पर जाकर प्रवचनों और अन्य धार्मिक गतिविधियों में शामिल हो सकेंगें।
  • वेबसाइट सिंहस्थ के लिये तैयार की गयी वेबसाइट www.simhasthaujjain.in किसी भी श्रद्धालु के लिये सिंहस्थ संबंधी जानकारी प्राप्त करने का अच्छा जरिया होगी। वेबसाइट पर शासकीय विभागों द्वारा सिंहस्थ में किये जा रहे कार्य और तैनात अमले की जानकारी जोन एवं सेक्टरवार मिल सकेगी। वेबसाइट को निरंतर अपडेट किया जाता रहेगा।
  • वाई-फाई सुविधा- विभिन्न मोबाइल नेटवर्क देने वाली कम्पनी द्वारा श्रद्धालुओं को वाई-फाई की सुविधा दी जायेगी। इसके लिये मेला क्षेत्र में 150 हॉट-स्पॉट तैयार किये जा रहे हैं। वाई-फाई द्वारा 3जी एवं 4जी दोनों प्रकार की सुविधा दी जायेगी। रिलायंस कम्पनी ने तो सिंहस्थ क्षेत्र में 40 स्थान पर नि:शुल्क वाई-फाई सुविधा दिये जाने का प्रस्ताव दिया है।
  • गाइड सिंहस्थ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को जानकारी देने के लिये स्थान-स्थान पर गाइड की सेवा रहेगी। इसके लिये एनएसएस, एनसीसी और स्काउट के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कुछ अशासकीय संस्थाओं ने अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से गाइड की सेवा दिये जाने का प्रस्ताव मेला कार्यालय को दिया है।
  • रेलवे पूछताछ केन्द्रसिंहस्थ मेला क्षेत्र में रेलवे द्वारा पूछताछ केन्द्र बनाये जायेंगे। रेलवे द्वारा महाकाल जोन, दत्त अखाड़ा और मंगलनाथ क्षेत्र में एक-एक पूछताछ केन्द्र बनाया जा रह है।

साँची पार्लर

सिंहस्थ के दौरान श्रद्धालुओं को शुद्ध दूध उपलब्ध करवाने के उददेश्य से लिये पूरे मेला क्षेत्र में 106 पार्लर स्थापित किये जायेंगे। इसके अलावा 4 मोबाइल यूनिट के जरिये भी श्रद्धालुओं के बीच दूध और उससे बने उत्पाद की आपूर्ति की जायेगी। दत्त अखाड़ा क्षेत्र में सर्वाधिक संख्या में 35 मिल्क पार्लर होंगे। मंगलनाथ में 33 और महाकाल क्षेत्र में 19 साँची पार्लर होंगे।

सिंहस्थ के दौरान जरूरत के मुताबिक मेला क्षेत्र में दूध की आपूर्ति होती रहे इसके लिए जिला कलेक्टर ने उन किसानों और व्यक्तियों को चिन्हित किये जाने के लिये कहा है, जिनके पास दुधारू पशु हैं। इस दौरान फूलों की भी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को कार्य-योजना तैयार किये जाने के लिये कहा गया है।

कलेक्टर ने सिंहस्थ मेला क्षेत्र और इससे जुड़े स्थानों के समस्त शासकीय और अशासकीय मंदिरों के पुजारियों एवं उनके परिवार के सदस्यों, मंदिर के बाहर फूल एवं प्रसाद बेचने वाले व्यापारियों के नाम, उनके पते और मोबाइल नम्बर की सूची जल्द बनाये जाने के लिये कहा है। इस सूची के आधार पर उन्हें प्रशिक्षण दिये जायेंगे। चिन्हित व्यक्ति जो प्रशिक्षण नहीं लेगा उनके विरुद्ध बेदखली की कार्रवाई की जायेगी।

सिंहस्थ के दौरान मंदिरों में लगने वाली भीड़ को व्यवस्थित करते हुए व्यवस्था बनाये रखने के लिये कोटवारों को भी प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके लिये नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिये गये हैं।