भोपाल, 6 जनवरी । उज्जैन सिंहस्थ-2016 चाइल्ड फ्रेंडली और दिव्यांग फ्रेंडली होगा। सिंहस्थ क्षेत्र में इस प्रकार की व्यवस्थाएँ की जा रही हैं जिनसे हर बच्चा और दिव्यांग व्यक्ति आराम से पूर्ण सुरक्षित रूप से स्नान कर सकेगा।
फाइल फोटो म.प्र. सरकार: सिंहस्थ 2004 का एक विहंगम दृश्य
कमिश्नर उज्जैन रवीन्द्र पस्तौर ने कहा कि सिंहस्थ के दौरान मेला क्षेत्र में कोई भी बच्चा भीख मांगता नजर नहीं आयेगा। कमिश्नर सिंहस्थ कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में कलेक्टर भी मौजूद थे।
कमिश्नर ने जानकारी दी कि सिंहस्थ-2016 को चाइल्ड फ्रेंडली और नि:शक्त फ्रेंडली बनाने के लिये विषय-विशेषज्ञ पंकज मारू को नियुक्त किया गया है। मारू सर्वेक्षण कर मेला प्रशासन को आवश्यक सुझाव और सलाह देंगे।
बैठक में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की समीक्षा कर नगर निगम को सख्ती से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिये गये। यह तय किया गया कि जिन मंदिर परिसर में भिखारी बैठते हैं उनके प्रबंधकों को पत्र लिखा जाये कि वे परिसरों में भिखारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करें। यदि बुजुर्ग भीख माँगते नजर आये तो उन्हें अंबोदिया सेवा धाम और भिखारी बच्चों को आश्रय गृहों में भेजा जाये।
बताया गया कि सिंहस्थ के दौरान मेला क्षेत्र में बाइक एम्बुलेंस भी लगाई जायेंगी। यह बाइक एम्बुलेंस उन क्षेत्रों में तैनात की जायेंगी जिन क्षेत्रों में भीड़ अधिक होगी और बड़े वाहनों का चलना मुश्किल होगा।
वाहनों की पार्किंग के लिये डिजिटल डिस्पले बोर्ड होंगे
सिंहस्थ के दौरान विभिन्न क्षेत्र में आने-जाने के लिये लोक परिवहन की बेहतर व्यवस्था होगी। श्रद्धालुओं को प्रत्येक 7 से 8 मिनिट में सवारी वाहन उपलब्ध होगा। ऐसी व्यवस्था की जा रही है, जिसमें 10 किलोमीटर पहले ही वाहनों को पता चल जायेगा कि पार्किंग के स्थान कहाँ पर उपलब्ध हैं। पार्किंग के लिये डिजिटल डिस्पले बोर्ड लगाये जा रहे हैं। पूरे मेला क्षेत्र में 10 पार्किंग स्थल निर्धारित किये गये हैं।(हि.स.)
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