मुंबई, 10 जून | सेंसर बोर्ड ने शुक्रवार को बम्बई उच्च न्यायालय को बताया कि ‘उड़ता पंजाब’ के जिन दृश्यों को फिल्म से निकालने का सुझाव दिया गया है, वे ‘बहुत अश्लील’ हैं। अदालत में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएससी) का पक्ष रख रहे अधिवक्ता अद्वैत सेठना ने उदाहरण देते हुए कहा कि फिल्म का संवाद ‘जमीन बंजर तो औलाद कंजर’ अपमानजनक है।
फोटो : मुंबई में 16 अप्रैल, 2016 को ‘उड़ता पंजाब’ की टीम फिल्म लॉन्च के अवसर पर। (आईएएनएस)
इस पर न्यायमूर्ति एस.सी. धर्माधिकारी व न्यायमूर्ति शालिनी फणसालकर जोशी ने कहा कि फिल्में ऐसी विषय सामग्रियों से नहीं चलती हैं और आज के दर्शक काफी परिपक्व हैं।
सीबीएफसी के अधिवक्ता सेठना ने दलील दी कि ‘कंजर’ शब्द भरपूर उत्पादन करने वाले पंजाब राज्य की छवि धूमिल करता है। उन्होंने कहा कि फिल्म में एक कुत्ते का नाम ‘जैकी चेन’ है।
न्यायमूर्तियों ने कहा कि इससे फिल्म का अनावश्यक प्रचार हो रहा है और लोगों को अपनी पसंद की चीज देखने की अनुमति होनी चाहिए, चाहे वह फिल्म हो या टेलीविजन।
न्यायालय ने गुरुवार को कहा था कि ‘उड़ता पंजाब’ मादक पदार्थो के खिलाफ है और इसे ‘पंजाब राज्य या इसके लोगों का अपमान करने की बात सोचकर नहीं बनाया गया है।’
अनुराग कश्यप सह-निर्मित ‘उड़ता पंजाब’ में शाहिद कपूर, करीना कपूर, आलिया भट्ट व दिलजीत दोसांझ मुख्य भूमिकाओं में हैं। यह पंजाब में व्याप्त नशे की समस्या पर आधारित है। –आईएएनएस
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