कोलकाता, 9 जून | अनुराग कश्यप की ‘उड़ता पंजाब’ में 89 कट लगाने के केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के ‘अजीब’ सुझाव पर आपत्ति जताने वालों की फेहरिस्त में महानायक अमिताभ बच्चन का नाम भी जुड़ गया है। उन्होंने बुधवार को कहा कि ‘रचनात्मकता की हत्या’ कलाकारों की ‘मौलिकता’ का गला घोंट सकती है। अमिताभ (73) से यहां उनकी आगामी फिल्म ‘टीई3एन’ के एक संवाददाता सम्मेलन में ‘उड़ता पंजाब’ विवाद पर उनकी राय मांगी गई।
उन्होंने जवाब में कहा, “मैं इस विवाद से ज्यादा वाकिफ नहीं हूं। मैं इसके बारे में पढ़ता आ रहा हूं। मैं यही कह सकता हूं कि रचनात्मकता का गला न घोंटे और ऐसी कोशिश न करें। आप अगर रचनात्मकता को मार देंगे, तो आप कलाकारों की मौलिकता का ही गला घोंट देंगे। यह घातक होगा।”
उन्होंने कहा, “मुझे मालूम है कि नियम-कायदे होते हैं। यह कुछ ऐसा है जिसे सरकार को तय करना होगा। लेकिन मैं एक कलाकार व रचनात्मक शख्स होने के नाते यही कह सकता हूं कि रचनात्मकता व मौलिकता का गला न घोंटे।”
अमिताभ ने यह भी कहा कि अगर फिल्मकार बोर्ड से ‘असंतुष्ट’ हैं, तो वे ट्रिब्यूनल व अदालत की शरण में जा सकते हैं।
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