नई दिल्ली, 21 सितंबर (जस)। विदेश सचिव एस. जयशंकर ने बुधवार को भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को मंत्रालय में बुलाकर जम्मू व कश्मीर के उड़ी में हुए आतंकी हमले के बारे में जवाब-तलब किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने आज यह जानकारी दी।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार सवेरे हुई मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद यह कदम उठाया गया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि पाक उच्चायुक्त को उड़ी हमले के सबूतों के बारे में जानकारी दी गई जिनमें पाकिस्तान में बने हुए हथियार, सामान, खाने-पीने की चीजें और दवाइयां आदि शामिल हैं। साथ ही उनसे कहा गया कि यदि पाकिस्तान जांच कराने का इच्छुक है तो भारत हमले में शामिल आतंकवादियों के डीएनए व फिंगरप्रिंट की जानकारियां देने को तैयार है।
पाकिस्तान को याद दिलाया गया कि क्या वह 2004 के अपने वादे पर कायम रह सकता है जिसमें उसने कहा था कि वह अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं करने देगा।
यह पहला मौका है जब पाकिस्तान के उच्चायुक्त को उड़ी हमले के बाद मंत्रालय में बुलाकर स्पष्ट जानकारी दी गई। प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान जिस प्रकार की गतिविधियां और सीमा का उल्लंघन कर रहा है उसे तुरंत रोका जाना चाहिए।
जानकारों का कहना है कि भारत की यह कूटनीतिक कार्यवाही बहुत महत्वपूर्ण है और इससे अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत अपनी बात को ठोस तरीके से रख सकेगा।
(फाइल फोटो)
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